अब भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के द्वारा होगी कैंसर स्क्रीनिंग!
बचाव को लेकर आयोजित हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर !
- ओपीडी के मरीजों को समय से स्क्रीनिंग और उसका उचित निदान करना ही मुख्य उद्देश्य: एनसीडीओ
- कैंसर की पहचान और रोकथाम के लिए नवीनतम तकनीकों और विधियों पर विस्तृत रूप से दी गई जानकारी: एमओआईसी
- कैंसर स्क्रीनिंग और समय रहते उसका उपचार करना बेहतर विकल्प: डॉ विक्रम आनंद
सारण (बिहार): सोनपुर प्रखंड के शाहपुर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडबल्यूसी) के परिसर में गैर संचारी रोग विभाग द्वारा होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सहयोग से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का अयोजन किया गया। जिसमें कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम आनंद के द्वारा स्थानीय एचडबल्यूसी के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) रंजन कुमार और दो एएनएम सहित गोविंदचक स्थित एचडबल्यूसी की सीएचओ हिमानी कुमारी को सर्वाइकल कैंसर, स्तन कैंसर और ओरल कैंसर से संबंधित प्रशिक्षित किया गया।इस दौरान जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार ने कहा कि कैंसर की बीमारी लाइलाज तो नही है लेकिन समय पर उसकी पहचान और उपचार किया जाए तो उसका निदान भी निश्चित है। वर्तमान समय में सर्वाइकल, स्तन और ओरल कैंसर की संख्या सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल दोनों एचडबल्यूसी के सीएचओ सहित एएनएम द्वारा संबंधित सेंटर के ओपीडी में आने वाले मरीजों का सही तरीके से उसका स्क्रीनिंग करते हुए उसका उचित निदान करना ही इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर स्क्रीनिंग कराते हुए उसका उचित सलाह, उपचार और खाने के लिए दवा दिया जा सकें। इस शिविर के माध्यम से स्थानीय समुदाय में कैंसर जागरूकता फैलाने और लोगों को अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम का अयोजन किया गया है।
- कैंसर की पहचान और रोकथाम के लिए नवीनतम तकनीकों और विधियों पर विस्तृत रूप से दी गई जानकारी: एमओआईसी
सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पूनम कुमारी ने कहा कि सदर अस्पताल से आए प्रशिक्षक सह कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम आनंद प्रशिक्षक द्वारा कैंसर की पहचान और रोकथाम के लिए नवीनतम तकनीकों और विधियों पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नियमित स्क्रीनिंग, जैसे- पाप स्मीयर, मैमोग्राफी, और कॉलोरेकटल कैंसर के लिए परीक्षण, समय पर कैंसर की पहचान में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा स्वास्थ जीवन के लिए कार्य शैली और संतुलित आहार से काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। वही तंबाकू और शराब के सेवन से परहेज की सलाह दी गई, क्योंकि यह कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं। शिविर में उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सक ने कैंसर की प्रारंभिक पहचान और उसकी पहचान के महत्व पर जोर दिया। क्योंकि शहरों में रहने वाले लोग विभिन्न बीमारियो के प्रति जागरूक तो है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी या जागरूकता की कमी के कारण शुरुआती दिनों में बीमारी की जानकारी नही मिलती है। जिस कारण बाद के दिनों में बीमारी अपना असली रूप दिखाना शुरू करती है।
- कैंसर स्क्रीनिंग और समय रहते उसका उपचार करना बेहतर विकल्प: डॉ विक्रम आनंद
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम आनंद ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर को हमलोग गर्भाशय की मुंह का कैंसर के नाम से जानते है, जो आजकल की महिलाओं में अधिक देखने को मिल रहा है। क्योंकि यह एक तरह का वायरस है, जो विशेषकर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) के संपर्क से होता है। वहीं ओरल कैंसर में मुंह के अंदर के ऊतकों में होने वाला कैंसर है, जो तंबाकू, शराब और HPV संक्रमण से जुड़ा होता है। यह कैंसर आमतौर पर मुंह के छाले और घाव के अलावा मुंह का कम खुलना सहित कई अन्य प्रकार के लक्षण होते हैं। जिसको प्रारंभिक पहचान के लिए नियमित ओरल जांच, तंबाकू और शराब से परहेज और HPV वैक्सीनेशन जरूरी होता हैं। जबकि महिलाओं के स्तन के ऊतकों में उत्पन्न होने वाली बीमारियों में स्तन कैंसर वर्तमान समय में सबसे अधिक उभर कर सामने आ रहा है। जिसके लिए स्क्रीनिंग और समय रहते उसका उपचार करना बेहतर विकल्प के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि यह आमतौर पर महिलाओं में होता है, लेकिन पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है। इसके मुख्य लक्षणों में स्तन में गांठ, त्वचा में बदलाव, और निप्पल से अनियमित स्राव शामिल हैं। इस अवसर पर जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार, सोनपुर की एमओआईसी डॉ पूनम कुमारी, एफएलसी प्रियंका कुमारी, बीएचएम ओम प्रकाश, सीएचओ रंजन कुमार और हिमानी कुमारी, जीएनएम निकिता कुमारी और सुमित कुमार सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।