शिक्षा शिल्पी राष्ट्रीय सम्मान समारोह 2024 का वर्चुअल कार्यक्रम सम्पन्न!
✍️संवाददाता प्रेरणा बुड़ाकोटी
नई दिल्ली: एम.डी. एजुकेशन सोसायटी सरायपाली एवं श्री मौनतीर्थ हिंदी विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा शिल्पी राष्ट्रीय सम्मान समारोह का वर्चुअल कार्यक्रम श्री मौनतीर्थ उज्जैन मध्यप्रदेश के पीठाधीश्वर संतश्री डॉ. सुमनभाई के मुख्य आतिथ्य, सहायक निदेशक केंद्रीय हिंदी निदेशालय मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की अध्यक्षता एवं ओद्योनिकी एवम वानिकी विश्वविद्यालय शिमला हिमाचल प्रदेश की विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। समस्त अतिथि गण वर्चुअल रूप से मंच पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रारम्भ राष्ट्रगान एवं देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदया एवम माननीय प्रधानमंत्री जी के शिक्षकों के प्रति रिकार्डेड सन्देश से हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. सुमनभाई ,कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ दीपक पांडेय, विशिष्ट अतिथि डॉ वी. के शर्मा एवं पद्मश्री हलधर नाग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आयोजन समिति के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों से ऑनलाइन प्रविष्टि मांगी गयी थी। निर्धारित चयन मापदंड शैक्षणिक चेतनशीलता, शिक्षा गुणवत्ता, साक्षरता वृद्धि, व्यक्तित्व विकास, बेहतर अध्यापन तथा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय भूमिका के अनुसार देश भर से प्राप्त कुल 1089 प्रविष्ठियों में से प्रावीण्यता के आधार पर 03 शिक्षकों का चयन कर शिक्षा शिल्पी राष्ट्रीय गौरव सम्मान एवं 11 शिक्षकों का चयन शिक्षा शिल्पी राष्ट्रीय सम्मान की मानद उपाधि के अलंकरण से अलंकृत किया गया।
ये हुए सम्मानित!
दहलवाड़ा मध्यप्रदेश से सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक महेश प्रसाद शर्मा जी को शैक्षणिक चेतन शीलता, शिक्षा गुणवत्ता, साक्षरता वृद्धि, व्यक्तित्व विकास, बेहतर अध्यापन तथा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय भूमिका के लिए, सोलन हिमाचल प्रदेश से सुनीता कुमारी को कमजोर विद्यार्थियों के लिये संसाधन एवं मेधावी विद्यार्थियों के लिए समन्वयक कार्य, विद्यालय के बाद शिक्षण नवाचार एवं मिशन भारत स्काउट गाइड कार्य में सार्थक प्रयासों के लिए, बैंगलोर कर्नाटक से डॉ.मंजुनाथ के.पी. को शिक्षा क्षेत्र में एनिमेटेड वर्जन के साथ लर्निंग ऑउट कम्स एवं एक्टिविटी बेस्ड लर्न प्रक्रिया में बेहतर योगदान व विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में निरन्तर वृद्धि के लिए, लाडनून राजस्थान से शिव शंकर बोहरा जी को विद्यालय में शैक्षिक नवाचार, नामांकन वृद्धि, गतिविधि आधारित शिक्षा एवं क्रियात्मक अनुसंधान में निरन्तर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये, बिजानी बाड़ी उत्तराखंड से सुनीता बहुगुणा को उच्च प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों को स्वच्छता व पर्यावरण के साथ शिक्षा के प्रति लगाव, शैक्षिक गतिविधि एवं प्रज्ञा अभिगम प्रोजेक्ट में उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए, पालम दिल्ली से इंदु वर्मा को विद्यालय में शैक्षिक गतिविधियों में डिजीटल सामग्री निर्माण एवं यूट्यूब के साथ इ लर्निंग को बढ़ावा देने, विद्यालय में नामांकन वृद्धि व नवाचारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये, अमृतपुर कालन हरियाणा से ज्योति को विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता विकास एवं कुशल अधिगम प्रक्रिया के लिए किये गए सार्थक प्रयास व रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये, टियारा उत्तरप्रदेश से अफरोज खातून को उच्च प्राथमिक कक्षाओं में एबीएल (एक्टिविटी बेस्ड लर्निग प्रोग्राम) की बेहतर समझ,प्रयोग एवं क्रियान्वयन तथा विद्यालय में नामांकन वृद्धि के सार्थक प्रयास के लिए, भुसावल महाराष्ट्र से नाना शंकर पाटिल को स्कूल में समुदाय के साथ सक्रिय समन्वयता से भौतिक विकास के विशेष प्रयास, बेटी बचाओ अभियान में सक्रिय भूमिका व पर्यावरण के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिये, नवानगर गुजरात से सुभाष भोई को विद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में एजुकेशन थ्रू टी.एल.एम. इनोवेशन एवं पाठ्यक्रम में विषय सामग्री निर्माण कार्य में किये गए सार्थक प्रयास के लिये, वीनावनका तेलंगाना से शोभारानी सुडाला को जरूरतमन्द विद्यार्थियों की आर्थिक सहायता कर उनमें शैक्षिक विकास में सार्थक प्रोत्साहन व नामांकन वृद्धि के बेहतर प्रयासों के लिए, तुसार छत्तीसगढ़ से चन्द्र कुमार चन्द्रा को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु एक शिक्षक के रूप में बेहतर सक्षमता व सक्रियता तथा संस्कृत भाषा के विकास के लिये किये गए सार्थक प्रयास के लिए, खड़गपुर बिहार से प्रेम सखी कुमारी को विद्यार्थियों में सामाजिक चेतनशीलता द्वारा बेहतर उपस्थिति, उत्कृष्ट अधिगम संप्राप्ति तथा महिला सशक्तीकरण में किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किए गए।
कार्यक्रम का संचालन महामहिम राज्यपाल सम्मान पुरस्कृत शिक्षक डॉ. अनिल प्रधान एवं बासंती प्रधान द्वारा किया गया।कार्यक्रम सम्पादन में एम. डी एजुकेशन सोसायटी के डायरेक्टर मनोज प्रधान, श्री मौनतीर्थ हिंदी विद्यापीठ प्रादेशिक शाखा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष महेंद्र पसायत, चयनकर्ता समिति के सदस्यगण वरिष्ठ हिंदी अध्यापक डॉ. मलकप्पा अलियास महेश कर्नाटक, साहित्यकार एवं शिक्षाविद धर्मेश जोशी गुजरात, शिक्षाविद श्रीमती मीनाक्षी शर्मा हरियाणा, नवाचारी शिक्षक विपिन कुमार भट्ट राजस्थान एवं शिक्षाविद श्रीमती संगीता ठुबे महाराष्ट्र का उल्लेखनीय योगदान रहा।