पहचान बनाकर देखो!
/// जगत दर्शन साहित्य
मुश्किलों से कभी हार मत मानों
बुजुर्गों को कभी भार मत मानों
हंसो हंसाओ हर पल सभी को
जीवन कभी बेकार मत मानों
मुश्किलें हमेशा सीख देकर सिखाती है
बुजुर्गों की दुआएं भी बहुत काम आती है
हर पल का आनंद उठाओ जीवन में
बिजेन्द्र मेरी अनुभव भी यही बतलाती है।।
सेवा को धर्म सादगी को हार बना कर देखो
क्षमा को ढाल, दया को तलवार बना कर देखो
दुआओं से सबके सँवर जाए जीवन
सद्गुण भरा सद्विचार बना कर देखो।।
✍🏻बिजेन्द्र कुमार तिवारी (बिजेन्दर बाबू)
पता: गैरतपुर,मांझी, जिला-सारण (बिहार)
संपर्क: 7250299200