विशेष शिक्षकों के लिए हुआ दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम!
गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश): इंस्टिट्यूट ऑफ़ रिहैबिलिटेशन ग़ाज़ियाबाद में मंगलवार को दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली क्षेत्र के 50 विशेष शिक्षकों ने भाग लिया। ये शिक्षक दिव्यांग बच्चों के शिक्षण के विशेष शिक्षक है जो राष्ट्रीय क्षेत्र दिल्ली के विभिन्न सरकारी और पब्लिक स्कूल में पढ़ा रहे है। इन्हें विभिन्न दिव्यांगता के विषय में विस्तार से उनके शीघ्र पहचान, जाँच, और उपचार के ऊपर चर्चा हुई। इस दिव्यांगता में बधिर, ऑटिजम, बौद्धिक शक्ति में कमी, वाणी दोष, लर्निंग डिसेबिलिटी के ऊपर चर्चा की गई। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलित श्रीमती मंजू गुप्ता के हाथों मंत्र उच्चारण के साथ किया गया। तत्पश्चात् श्रीमती बबिता शर्मा इस संस्था के व्याख्याता के द्वारा सभी का स्वागत किया गया। इसके उपरांत डॉ वी पी साह के द्वारा दिव्यांग बच्चों में पाये जाने वाले भाषा, वाणी और संप्रेषण के दोष, जाँच और उपचार के विषय में बताया। तत्पश्चात् बबिता शर्मा, प्रीति, मंजूषा सिंह और डॉ कल्याणी के द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया गया। श्रीमति मंजू गुप्ता ने सभी को धन्यवाद दिया और दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों की भूमिका पर विस्तार से बताया। इस कार्यक्रम के समन्वयक श्रीमति प्रीति थी, जो भारतीय पुनर्वास परिषद से अनुमोदन प्राप्त कर परिषद के नियमों के अनुसार करवाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के उपरांत विशेष शिक्षकों की कार्य कुशलता में वृद्धि होगी।