सेना का जवान
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्,
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्,
बाधाएं कैसी भी हों पर रुकते जिसके नहीं कदम,
होठों पर बस एक मन्त्र रहता है वन्दे मातरम्,
देशभक्ति की जो पहली पहचान,
वो है हिन्दुस्तानी सेना का जवान,
वन्दे मातरम् ...,.........
आंधी हो तूफान हो, फंसी किसी की जान हो,
सागर की गहराई हो, या कैसी भी खाई हो,
रुका नहीं करता जिसका अभियान,
वो है हिन्दुस्तानी सेना का जवान,
वन्दे मातरम् ....,...
सीमा उच्च हिमालय की हो, या फिर राजस्थान की,
सदा रहे रक्षा में रत जो, भारत के सम्मान की,
रखे तिरंगे की ऊंची जो शान,
वो है हिन्दुस्तानी सेना का जवान,
वन्दे मातरम् .,..........
होता कहीं विवाद हो, दंगा और फसाद हो,
तन्मयता से रक्षा करता, कैसा भी उन्माद हो,
हिन्दू, सिख हो या हो मुसलमान,
वो है हिन्दुस्तानी सेना का जवान,
वन्दे मातरम् .....
गर्मी हो या सर्दी हो, या मौसम बेदर्दी हो,
कर्तव्यों से डिगे नहीं वह, जब तक तन पर वर्दी हो,
भले निकल ही जाये उसकी जान,
वो है हिन्दुस्तानी सेना का जवान,
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्,
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्।