रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर हुई भव्य काव्य गोष्ठी!
रिपोर्ट - मंजु बंसल 'रमा'
(ऑनलाइन कार्यक्रम)
बेतिया (बिहार): दिव्यालय साहित्य यात्रा पटल (ऑनलाइन कार्यक्रम) पर हमारे परमेश्वर , जगत के आधार रामलला की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मंगलवार दिनांक २३/०१/२०२३ को दोपहर तीन बजे से भौतिकवादी युग में संचार तंत्र के आभासी पटल पर लाजवाब व अनुपम काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसको व्यवस्थित व कार्य रूप में नियोजित करने का पूर्ण श्रेय पटल गुरु व संचालिका सविता खण्डेलवाल भानु को जाता है, जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से कार्यक्रम को मूर्त रूप में संजोया। विशिष्ट अतिथि के रूप में रास दादा रास समूचे कार्यक्रम में उपस्थित रहे। साथ ही पटल संस्थापिका व्यंजना आनंद मिथ्या, कार्यक्रम अध्यक्ष महेश जैन ज्योति, मुख्य अतिथि मंजरी निधि गुल , संरक्षक राजकुमार छापड़िया व उपचिव किशोर जैन व पटल गुरूजनों व साधकों की उपस्थिति सराहनीय रही।
सभी वरिष्ठ अतिथियों, पदाधिकारियों के स्वागत के साथ ही संचालिका सविता खण्डेलवाल भानु ने कार्यक्रम की डोर थाम ली ।आ. रासदादा रास के दीप प्रज्वलन के साथ ही व्यंजना आनंद मिथ्या की सुमधुर वाणी में प्रस्तुत सरस्वती वंदना, जो उनके दादा जी द्वारा ही लिखित है, ने आरंभ में ही भक्ति रस की धारा प्रवाहित कर दी, जिसका प्रवाह कार्यक्रम के अंत तक सभी उपस्थित जनों को गोते लगाने पर मजबूर करता रहा। तत्पश्चात् इंदौर की बालिका तेजस्वी बिकावत ने राम-प्रतिज्ञा पर लाजवाब शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर सबको भावविभोर कर दिया।
राम-नाम की महिमा व प्रभु की प्रतिष्ठा पर प्रकाश डालते हुये संचालिका सविता खण्डेलवाल भानु ने अपने चिर-परिचित अंदाज में गरिमा काबरा को काव्य पाठ के लिये आमंत्रित किया। सुचिता रूंगटा साईं,सुजाता सिंह रुपल, सविता वर्मा उषा, मधु रूंगटा, पद्माक्षि शुक्ल, रश्मि मोयदे दीप्ति, किशोर जैन, नरेंद्र वैष्णव शक्ति, कमला सिंह, मनीषा अग्रवाल प्रज्ञा, पायल अग्रवाल छनक, कविता खेतान, सुंदर कुमारी, सविता खण्डेलवाल भानु ने विभिन्न छंदोबद्ध रचनाओं का पठन कर पूरे वातावरण को ही रामायण कर दिया। भक्ति व आराधना की निरंतर गंगा प्रवाहित हो रही थी। विशिष्ट अतिथि रास दादा रास ने अपने उद्बोधन में सभी साधकों को हार्दिक बधाई देते हुये उनको धन्यवाद भी दिया। सभी की अनुपम रचनाओं ने मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतीत हो रहा था कि हम सब अयोध्या के प्रांगण में ही विचरते हुये राम-महिमा का रसास्वादन कर रहे हैं। सविता खण्डेलवाल भानु के उत्कृष्ट संचालन में सूक्ष्मतम जानकारी देते हुये साधकों व श्रोताओं को कार्यक्रम में रहने को मजबूर कर दिया। व्यंजना आनंद मिथ्या ने भी इस अद्वितीय अवसर पर अपनी रचना से सबको स्तब्ध कर दिया। साथ ही उन्होंने सभी साधकों व पटल गुरुजनों का धन्यवाद ज्ञापन भी किया। साधकों की दृढ़ लगन की भरपूर प्रशंसा करते हुये कहा कि साधकों के लेखन से यदा-कदा गुरु भी लाभान्वित होते ही हैं। वास्तव में दिव्यालय पटल के गुरुजनों के सानिध्य में साधक स्वयं ही उन्नति के सोपान पर चढ़ते रहते हैं। यह गुरुजनों की निःस्वार्थ व सच्ची लगन का ही परिणाम है। अंत में सभी को धन्यवाद देते हुये कार्यक्रम के समापन की घोषणा करने के पश्चात प्रभु राम के जयकारे सभी साधकों ने लगाये गये।