ओडिशा के मशहूर शहर कटक निवासी सुजाता अग्रवाल का हुआ साक्षात्कार दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय में!
रिपोर्ट- सुनीता सिंह 'सरोवर'
/// जगत दर्शन न्यूज
बाधाएं लाख हों गर, हौसले हो मन में तो मंजिल मिल ही जाती है! ऐसी ही एक हस्ती हैं सुजाता अग्रवाल जी।
प्रश्न- आप कहाँ से हैं?
उत्तर- जी, मैं ओडिशा के मशहूर शहर कटक से हूँ, मेरी शिक्षा और मेरे गृहस्थी की शुरुआत भी यही से हुई।
प्रश्न 2.आप 2011 में सुपर माॅम में गई थीं वहाँ किस कारण आप कंटिन्यू नहीं कर पाई?
उत्तर- जी जब एक औरत माँ बन जाती है गृहस्थी का दायित्व बढ़ जाता है, तब वो अपने सपने से ज्यादा अपने परिवार के खुशियों को महत्व देती है, बस मेरे साथ भी यही हुआ।
प्रश्न-3. क्या आप डांस क्लासेस लेती हैं?
उत्तर- जी हाँ मैं ओडिसी डांस की क्लासेस लेती हूँ, क्योंकि की यह पूरी तरह भगवान जग्गनाथ को समर्पित है।
प्र-4. आपने गरीबों को, कैंसर पेशंटस् को, सोल्जर्स को, व्हील चेयर वाले लोगों की मदद कैसे की?
उत्तर- जी मैं क्रोशिया वर्क करती हूँ, जिसके तहत मैंने और मेरी सहेली ने स्कार्फ, कंबल, बना कर कैंसर पेशंटस् और गरीबों को दिया, खुद के हाथों से बनी हुई चीज अगर किसी जरूरतमंद तक पहुंचे तो अति खुशी होती है। इसी तरह हमारे देश के सैनिक जो हर हाल में हमारे सऱजमीं की हिफाजत करतें हैं, उन्हें भी हमनें अपने हाथों से बचने स्कार्फ पहुँचाएँ।
प्रश्न-5- ये माइक्रो ग्रीन्स एंड हाइड्रोफोनिक हार्वेस्टिंग क्या होती है?
उत्तर- जी, माइक्रो ग्रीन यानि जो सब्जियाँ हम बिना माटी के एक सिमित संसाधन में सब थोड़ा विशेष ध्यान देकर एक हफ्ते में तैयार करते हैं और जिसे केवल ग्रानिसिंग के लिए प्रयोग किया जाता है। यानि किसी भी फास्ट फूड को इसके इस्तेमाल से हम हेल्थी बना कर सर्व करते हैं। इसकी लाइफ बस एक सप्ताह की होती है। और हाइड्रोफोनिक हार्वेस्टिंग में सिर्फ पानी की सहायता से फल व सब्जियां उगाई जाती हैं।
प्रश्न6- क्या हमारा युवा वर्ग इस पेशे को अपना कर समाज में एस्टेब्लिश हो सकता है?
उत्तर- जी बिलकुल! आजकल के दौर में अगर कोई सही दिशा दिखाने वाला मिले तो कितने ही भटके हुए युवाओं को हम सही राह दिखा सकते हैं। भविष्य में ग्लोबल वार्मिंग के कारण उपजाऊ भूमि भी एक विकट समस्या का रूप लेने वाली है। इस बिंदु को ध्यान में रखकर मैं आज के युवा पीढ़ी को यही संदेश देना चाहती हूँ कि हाइड्रो फार्मिंग को अपनाएं और अपना कल बेहतर बनाए। जो ठाने उसे पूरा करें। मैंने भी केशर की खेती को कर के एक रेकॉर्ड बनाया है जिसके लिए मुझे बहुत अध्ययन करना पड़ा।
अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन ने अपने अतिथि को धन्यवाद दिया। इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या' और पटल अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक मंजिरी "निधि" 'गुल'जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया तथा बताया कि इस तरह साक्षात्कार के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम नये नये प्रतिष्ठित व्यक्ति से परिचित हो सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है।