घोरहट में नवनिर्मित शिवमंदिर में हुआ भव्य अखंड अष्टयाम!
कलियुग में भगवत नाम स्मरण का सबसे सरल व सुगम माध्यम है!:- मनोज सिंह
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: कलियुग में भगवत नाम स्मरण का सबसे सरल व सुगम माध्यम है अखंड अष्टयाम का हरि कीर्तन। हरि कीर्तन के गायन में सम्मिलित होने से मनुष्य को आध्यात्मिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं शारीरिक ऊर्जा मिलती है। यह बातें अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही।
उन्होंने बताया कि बचपन से ही पत्रकारिता तथा समाजसेवा के अलावा हरि कीर्तन से उनका विशेष लगाव हो गया था। श्री सिंह लगभग तीस वर्षों से सारण सिवान गोपालगंज के अलावा अयोध्या वाराणसी बलिया गाजीपुर मउ तथा देवरिया व गोरखपुर आदि जिलों में भी आयोजित सैकड़ों अखण्ड अष्टयाम में अपनी गायकी का जलवा बिखेर चुके हैं। वे बिना बुलावे के ही हरिकीर्तन में पहुँच जाते हैं। गायक मंडलियों में शामिल कलाकार उन्हें विशेष सम्मान देते हैं। हरिकीर्तन में आ रही विसंगति तथा त्रुटी के लिए वे गायक मण्डली व आयोजक दोनों को समान रूप से दोषी मानते हैं।
मंगलवार को माँझी प्रखंड के घोरहट गाँव स्थित नव निर्मित शिव मंदिर परिसर में आयोजित 24 घण्टे के अखंड अष्टयाम में शिरकत करने पहुँचे थे। इससे पहले अनुष्ठान में उन्होंने दर्जनों फिल्मी व पारम्परिक धुनों पर आधारित हरि कीर्तन गाकर स्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। इस दौरान वहाँ मौजूद सैकड़ों स्रोता झूमने व थिरकने पर मजबूर हो गए।
मौके पर मौजूद पूर्व मंत्री प्रो रवींद्र नाथ मिश्रा के अनुज व एकमा विधानसभा के पूर्व प्रत्यासी नरेन्द्र प्रताप मिश्रा, माँझी के पूर्व प्रखण्ड प्रमुख अखिलेश्वर मिश्रा, स्थानीय मुखियापति शैलेश्वर मिश्रा, जदयू नेता सुनील सिंह तथा जितेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि गाँव के लोगों के मौजूदगी में पारंपरिक धुनों पर आधारित हरि कीर्तन स्वस्थ मनोरंजन के साथ साथ सामाजिक एकता में भी बहुत हद तक सहायक बन सकता है।
बता दें कि घोरहट पंचायत की मुखिया प्रमिला देवी के परिजनों द्वारा नव निर्मित शिव मन्दिर परिसर में 24 घण्टे का अखंड अष्टयाम आयोजित किया गया था।सोमवार से शुरू अखंड अष्टयाम अनुष्ठान पँडित विवेकानंद तिवारी द्वारा वैदिक रीति रिवाज से विधिवत सम्पन्न कराया गया। समापन के पश्चात गायक उपेन्द्र तिवारी की गायन मंडली द्वारा शिव विवाह गाकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया गया। मौके पर विशाल भंडारा का भी आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।