अग्निशामक पहुंच कर भी हुआ लाचार!
शराब की अवैध भट्ठी से आगलगी की आशंका!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: बिहार एवम यूपी की सीमा क्षेत्र में माँझी थाना क्षेत्र के ड्यूमाइगढ़ से डुमरी के बीच आज सोमवार को हुए बड़े अग्निकाण्ड में लगभग एक हजार एकड़ में लगी गेँहू एवम अरहर की फसल जलकर खाक हो गई। वहीं दूसरी तरफ बालू की रेत पर सैकड़ों एकड़ में लगी परवल तथा ककड़ी खीरा एवम तरबूज की फसल झुलस कर बर्बाद हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को हुए अग्निकांड में लगभग पांच करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार की सुबह लगभग आठ बजे सारण जिले के ड्यूमाइगढ़ तथा बलिया जनपद के गोपाल नगर गांव के बीच के दियारे में खड़ी फसल में आग लगी और देखते ही देखते सरयू नदी के बीच के दियारे में लगभग तीन किमी की दूरी तक आग फैल गई और खड़ी तथा सुखी फसल धु धु कर जलने लगी। इसी बीच पछिया हवा के झोंके से आग की लपटें पूरब की ओर बढ़ गई तथा लगभग पांच किमी पूरब स्थित डुमरी के दियारे तक कि फसल जलकर राख हो गई। आगलगी की इस घटना में कई किसानों के काटकर रखे गए गेंहूँ व अरहर आदि के हजारों बोझे जल गए। यही नही दाँवनी करके नाव से घर लाये जाने के उद्देश्य से रखे गए सैकड़ों बोरा अनाज भी अग्निकांड की भेंट चढ़ गए।
आग लगने की सूचना स्थानीय भाजपा नेता शिवाजी सिंह तथा पूर्व मुखिया संजीत कुमार साह आदि ने माँझी पुलिस तथा सीओ एवम जिला प्रशासन को दी। सूचना पाकर स्थानीय प्रशासन ने तत्काल वहां अग्निशमन वाहन तो भेज दिया लेकिन नदी में पानी रहने के कारण दमकल गाड़ी नदी के किनारे ही खड़ा रह गया। हालाँकि आगलगी के दौरान सैकड़ों किसान दियारे में बोरिंग चलाकर तथा लाठी डंडे से आग बुझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन आग पर काबू नही पाया जा सका।
नदी उसपार लगी आग से डुमरी से ड्यूमाइगढ़ तक आसमान में धुंएँ का गुब्बार भर गया तथा नदी किनारे बसे डुमरी, घोरहट, ग़ैरतपुर, सलेमपुर, गरया टोला तथा ड्यूमाइगढ़ के ग्रामीण गांव में आग की चिंगारी की आशंका से भयभीत होकर नदी किनारे बने बांध पर दिनभर निगरानी करते रहे। सोशल मीडिया के सहारे स्थानीय युवक लोगों को दिनभर जागरूक करते रहे। बड़े पैमाने पर लगी आग के मद्देनजर माँझी के सीओ धनंजय कुमार तथा थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास कर्मचारियों एवम पुलिस बल के साथ लगातार कैम्प किये हुए थे। तेज हवा एवम आगलगी की वजह से गांवों में धुंआ के अलावा राख व धूल की परत घरों में जमा हो गया था। आगलगी के दौरान पानी डालने के अलावा किसान अपनी फसलों में ट्रैक्टर चलाकर आग को आगे बढ़ने से रोकने का भी प्रयास कर रहे थे। सैकड़ों महिला पुरुष नदी के किनारे बैठकर आग से हो रही क्षति को रोकने के लिए ईश्वर से गुहार लगा रहे थे। कई बृद्ध किसानों ने बताया कि अपनी बर्बादी का नजारा देखने के सिवा अब कोई चारा ही नही बचा है।
आग लगने के कारणों का पता लगाने के उद्देश्य से जब ग्रामीणों से बात की गई तो पता चला कि यूपी बिहार की सीमा पर स्थित दियारे में दर्जनों अवैध देसी शराब भट्ठियां संचालित की जा रही हैं जिसमें दोनों प्रदेशों के सैकड़ों युवक संलिप्त है। आग लगने की आशंका के मद्देनजर किसानों ने पहले ही तस्करों को फटकारा था, बावजूद इसके तस्कर अपनी जिद पर अड़े हुए थे उसका नतीजा यह हुआ कि इतने बड़े पैमाने पर किसानों की क्षति हुई। किसानों की शिकायत के जबाब में सीओ धनञ्जय कुमार ने तस्करों के खिलाफ दोनों प्रदेश की पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने किसानों की हुई क्षति का आकलन कर मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया।