/// जगत दर्शन न्यूज़
इस पोस्ट से प्रेरित होकर मैंने चंद पंक्तियाँ लिखीं है।: निरेन सचदेवा (बेंगलोर)
या खुदा तू क्यों इतना नाराज़ है,
नासाज़ है दुनिया वालों से ??
सिर्फ़ एक बार कर दे,
ख़ुशियों की धुआँधार बारिशें।
कर दे पूरी,
दुनिया वालों की सब ख़्वाहिशें।
तू मालिक है,
तेरे लिए हैं आसान।
तूने ही तो बनायें है,
यह इन्सान।
या खुदा कितनी वाहवाहेगी होगी तेरी,
सब सर झुकाएँगे।
सब या खुदा जीवन भर,
तेरे ही गुण गाएँगे !!
****************