स्वरोजगार योजना की विशेषताएं और लाभ!
लेखिका: आयरन लेडी रीना सिंह
#Swarozgar_Yojana की विशेषताएं और लाभ
/// जगत दर्शन न्यूज़
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता और गरीबी दूर होगी। स्वयं सहायता समूह के गठन से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी कम होगा। उन्हें अपने ही घर पर रोजगार प्राप्त हो जाएगा। स्वरोजगार और घरेलु उद्योगों में बढ़ोतरी होने से गाँव का विकास होगा।
गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के कम से कम 10 लोग या फिर 20 लोग भी साथ मिलकर संगठन का निर्माण करेंगे।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों को गरीबी रक्षा से ऊपर लाना है और उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाना है। इसमें स्वयं सहायता समूह की मदद करने और उनके स्वरोजगार को स्थापित करने के लिए सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
साथ ही बैंक द्वारा ऋण पर सब्सिडी प्रदान करने की भी व्यवस्था की जाएगी। ऋण को निर्धारित समय सीमा में लौटाया जा सकेगा।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana के जरिये सरकार विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध करेगी। योजना के अंतर्गत विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन भी किया जाएगा, जिससे लाभार्थियों का कौशल विकास हो सके।
सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत से ग्रामीण क्षेत्र में विकास होगा। विभिन्न घरेलु / लघु उद्योगों की शुरुआत से ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय निर्भरता आएगी।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य इस योजना (Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana) में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह का निर्माण किया जायगा। इन समूहों में सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के सदस्य ही जोड़े जाएंगे। इनकी कुल संख्या 10 से लेकर 20 व्यक्तियों तक ही होगी। स्वयं सहायता समूह में महिला सदस्यों को भी शामिल किये जाने का प्रयास किया जाएगा।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 में इस बात का भी प्रावधान किया जाएगा कि हर ब्लॉक में अलग से महिलाओं के लिए 50% स्वयं सहायता समूह बनाएं जाएंगे। कोई व्यक्ति एक ही स्वयं सहायता समूह का सदस्य हो सकता है। एक से अधिक नहीं। कुछ सहायता समूहों में सदस्यों की संख्या 5 से 20 भी हो सकती है। जैसे की – विकलांग व्यक्तियों का समूह लघु सिंचाई योजनाओं एवं दुर्गम क्षेत्रों जैसे पहाड़ी, मरुभूमि और बिखरी आबादी वाले क्षेत्रों में।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 में ये प्रावधान भी है कि आवश्यकता पड़ने पर 20% और विशिष्ट मामलों में 30% तक के गरीबी रेखा से ऊपर के सदस्य एक समूह में जोड़े जा सकते हैं। स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में सरकार कौशल विकास कार्यक्रम के लिए प्रत्येक लाभार्थी पर 5000 रूपए की धनराशि भी खर्च की जाएगी। यहाँ जानिये योजना में मिलने वाली वित्तीय सहायता जैसे की लेख में आप ने जाना कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए चलाई गयी इस योजना में लोन पर सब्सिडी प्रदान करती है। इसके साथ ही आप यहाँ देख सकते है कि सरकार द्वारा ये वित्तीय सहायता किस किस क्षेत्रों में दी जाती है।
रिवोल्विंग फण्ड (Revolving Fund ) : योजना में रिवॉल्विंग फण्ड में मिलने वाली कुल राशि लगभग 25 हजार रूपए है। जिसमें से अनुदान की राशि 10 हजार प्रदान की जाएगी।
आधारभूत संरचना (Infrastructure) : योजना के अंतर्गत विभिन्न मेलों और बाज़ारों का आयोजन किये जाने का भी प्रावधान किया गया है। जिस से स्वरोजगार शुरू करने वाले समूह को अपने बनाये गए उत्पादों या सेवाओं को वितरित करने अथवा प्रदान करने हेतु बाजार मिल सके। ऋण सब्सिडी (Loan Subsidy) : इस योजना में परियोजना लागत के 30% की एक समान दर से सब्सिडी दिया जाएगा। ये राशि अधिकतम ₹7500 हो सकती है। आरक्षित वर्ग और दिव्यांगजनों से संबंधित समूहों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। ये धनराशि अधिकतम 10 हजार रूपए तक की हो सकती है। इसके अतिरिक्त भी अन्य समूहों को परियोजना लागत की 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। इसमें भी अधिकतम प्रति व्यक्ति 10 हजार या एक लाख (जो भी कम हो) प्रदान करने का प्रावधान है।