माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पात्रों को तीन वर्ष से लैपटोप का इतंजार
राज्य सरकार से पात्रों को लैपटोप देकर राहत देने की गई मांग
सिरोही (राजस्थान) संवाददाता रणजीत जीनगर: माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर द्वारा लैपटॉप वितरण योजना के तहत गत तीन वर्षों से पात्रों को इतंजार करना पड रहा है। छात्र कल्याण परिषद् के प्रदेश संरक्षक गोपालसिंह राव ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष को ज्ञापन भेजकर शीघ्र लैपटोप वितरण की मांग की। सत्र 2018-19,सत्र 2019-20, सत्र 2020-21 के विद्यार्थियों को आज तक लैपटॉप वितरित नहीं किए गए हैं। बतातें चलें कि राजस्थान सरकार की लैपटॉप वितरण योजना के तहत 75% से अधिक अंक लाने वाले आठवीं कक्षा के 6000 विद्यार्थी, दसवीं कक्षा के 6300 विद्यार्थी तथा बारहवीं कक्षा के 9000 विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण करने की योजना है,जो तीन वर्ष से ठंडे बस्ते में पडी है। एक लाख से कम आय वाले अभिभावकों के पात्र मेधावी विद्यार्थियों यह लैपटोप मिलते है, जिसकी अधिकतम संख्या 21300 तक होती है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सत्र 2018-19 के पात्रों की सूची जारी कर दी थी। लेकिन आज तक पात्रों को लैपटॉप नहीं मिले हैं। कोरोना काल में जब ऑनलाइन शिक्षण कार्य चल रहा है। ऐसे में यदि यह लैपटॉप समय पर मिल जाते तो प्रतिभावान विद्यार्थियों का बहुत भला होता। लैपटॉप का वितरण मार्च 2020 बीच में होना था ।लेकिन कोरोना महामारी के कारण यह तीन वर्ष से अधिक समय के बाद भी लंबित है। नया सत्र 2021-22 भी समाप्ति की तरफ है। लेकिन विद्यार्थियों को पुराने तीन सत्रों के लैपटॉप नहीं मिले हैं। इस वर्ष के भी सभी कक्षाओं के परीक्षा परिणाम आ गए हैं। लेकिन पुराने छात्र जो पात्र है वे आज भी लैपटॉप का इंतजार कर रहे हैं। राजस्थान सरकार यदि शीघ्र सत्र 2018-19 , सत्र 2019-20,सत्र 2020-21 के लैपटॉप वितरण करें तो राजस्थान के लगभग 60000 प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप मिल जाएंगे।लैपटोप का शिक्षण में उपयोग लेंगे। राजस्थान में अधिकांश निर्धन वर्ग के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। जिनके माता-पिता उनके लिए लैपटॉप, टेबलेट, स्मार्टफोन की व्यवस्था करने में लगभग असमर्थ है। यदि राजस्थान सरकार संवेदनशीलता के साथ तीनों सत्रों के लैपटॉप के पात्र प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित कर दे तो विद्यार्थियों का बड़ा हित होगा। जब सरकार ने निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों की खेप विद्यालयों तक हर वर्ष पहुंचा दी तो लैपटोप क्यों नही पहुँचाये। जबकि पाठ्यक्रम मे बदलाव होने से पुस्तकें नई छापी गई है। लैपटोप वितरण नही करने के पीछे वजह कोरोना के कारण कार्यक्रम आयोजित नही कर सकते यह है या योजना बंद कर देना यह राज्य सरकार विद्यार्थियों को जवाब देकर संतुष्ट करें । तीन सत्रों के मेधावी पात्र विद्यार्थी इतंजार मे है कि यह लैपटोप कब मिलेंगे। वरिष्ठ कर्मचारी नेता राव गोपालसिंह पोसालिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बी.डी.कल्ला एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डां.धर्मपाल जारोली से शीघ्र लैपटोप देने की गुहार लगाई है।