सिसवन में किसान गोष्ठी सह प्रशिक्षण शिविर में पशुपालकों को मिली नैसर्गिक उपचार और उन्नत तकनीक की जानकारी
सिवान (बिहार): सिसवन प्रखंड के वीरती लखेराज गांव स्थित काली मंदिर प्रांगण में मंगलवार को किसान गोष्ठी सह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के पशुपालकों को देशज तकनीकी ज्ञान तथा प्राकृतिक चिकित्सा आधारित उपचार पद्धतियों की विस्तृत जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। विश्वविद्यालय के पशु उत्पादन एवं प्रबंधन विभाग के विशेषज्ञ डॉ. सरोज कुमार ने बताया कि पशुओं में होने वाली कई बीमारियों का प्रभावी उपचार प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से संभव है, जिससे पशुपालकों का खर्च भी कम होता है और पशु स्वास्थ्य बेहतर रहता है। वैज्ञानिकों ने पशुओं के पोषण, देखभाल, रोग प्रबंधन तथा कृषि में नवीनतम तकनीकों के उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी, साथ ही किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए आधुनिक विधियों को अपनाने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने किसानों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।

