मांझी इंचकेप रेल पुल के जर्जर क्रॉस गार्डर की मरम्मत्ति शुरू, 20–25 दिनों तक रहेगा कॉशन
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: बिहार को उत्तर प्रदेश से रेलमार्ग के जरिए जोड़ने वाले मांझी स्थित इंचकेप रेल ब्रिज के जर्जर क्रॉस गार्डर की मजबूती के लिए प्लेट डबलिंग और नट–बोल्ट बदलने का कार्य बुधवार को विधि–विधान और पूजन के साथ प्रारंभ कर दिया गया। इंजीनियरों की टीम ने पुल के कमजोर हिस्सों का निरीक्षण करने के बाद संरचनात्मक मजबूती बढ़ाने हेतु मरम्मत्ति की प्रक्रिया शुरू की। कार्य शुरू होने के साथ ही पुल के दोनों ओर सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है ताकि ट्रेनों का संचालन सुरक्षित ढंग से जारी रहे।
रेल विभाग द्वारा जारी कॉशन के तहत मांझी रेल पुल के ऊपर से गुजरने वाली ट्रेनों को फिलहाल अधिकतम 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरने की अनुमति दी गई है। धीरे गति से ट्रेनों का परिचालन इसलिए किया जा रहा है ताकि मरम्मत्ति के दौरान किसी भी प्रकार की तकनीकी बाधा या दुर्घटना की संभावना को समाप्त किया जा सके। विभाग के अनुसार यह कॉशन लगभग 20 से 25 दिनों तक जारी रहेगा, जब तक कि क्रॉस गार्डर की मजबूती का पूरा काम समाप्त नहीं हो जाता।
मरम्मत्ति स्थल पर मौजूद रेल विभाग से जुड़े इंजीनियर शिव बाबू उर्फ शिवा ने बताया कि पुल के जर्जर हिस्से की पहचान पहले ही कर ली गई थी और अब संरचना को सुरक्षित एवं दीर्घकालिक बनाने के लिए डबल प्लेट फिटिंग, गार्डर टाइटनिंग और नट–बोल्ट प्रतिस्थापन जैसे तकनीकी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्य पूरा होने के बाद पुल की लोडिंग क्षमता में सुधार होगा और ट्रेनों का संचालन पूर्व की तरह सामान्य गति से शुरू कर दिया जाएगा।
पुल की मरम्मत्ति के चलते यात्रियों को अस्थायी रूप से कम गति से ट्रेन चलने का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए रेलवे इस कार्य को निर्धारित अवधि में पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

