कालाजार मुक्त सीवान का लक्ष्य: ‘कालाजार डोज़ियर’ बनेगा जंग की आधारशिला, स्वास्थ्यकर्मियों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण
सिवान (बिहार): जिले को कालाजार मुक्त बनाने के मिशन को गति देते हुए स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद की अध्यक्षता में ‘कालाजार डोज़ियर प्रिपरेशन’ पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस प्रशिक्षण में सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, वीबीडीएस, बीएचआई, बीएचडब्ल्यू तथा पिरामल फाउंडेशन के पीओसीडी शामिल हुए। अधिकारियों ने बताया कि कालाजार डोज़ियर केवल एक सरकारी फाइल नहीं, बल्कि बीमारी के खात्मे की पूरी कहानी का वैज्ञानिक रिकॉर्ड होता है, जिसके आधार पर जिले को कालाजार मुक्त घोषित किया जाता है। यही दस्तावेज आगे केंद्र सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की समीक्षा का आधार बनता है।
प्रशिक्षण में जिला वेक्टर रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि कालाजार डोज़ियर में जिले में वर्षभर किए गए उपचार, सर्विलांस, कीटनाशक स्प्रे, दवा उपलब्धता, जागरूकता कार्यक्रम, प्रखंडवार आंकड़े तथा समग्र प्रगति का विस्तृत विवरण शामिल होता है। इसमें यह भी दर्ज होता है कि अभियान के दौरान विभाग को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उनसे निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए। यही कारण है कि डोज़ियर प्रिपरेशन को कालाजार उन्मूलन की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया माना जाता है।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. ओ.पी. लाल ने कहा कि कालाजार उन्मूलन केंद्र और राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “डोज़ियर सिर्फ रिपोर्ट नहीं, बल्कि जिले की उपलब्धियों का दर्पण है। भविष्य में मिलने वाली मान्यता, पुरस्कार और जिला प्रमाणन की प्रक्रिया इसी की गुणवत्ता पर निर्भर करती है।” उन्होंने सभी स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिया कि फील्ड में होने वाले प्रत्येक कार्य का सटीक और समयबद्ध रिकॉर्ड रखें, क्योंकि किसी भी स्तर की चूक डोज़ियर निर्माण को प्रभावित कर सकती है।
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों में सर्विलांस तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। घर-घर जाकर मच्छररोधी स्प्रे, संदिग्ध मरीजों की निगरानी और सामुदायिक जागरूकता पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को डोज़ियर प्रिपरेशन का फॉर्मेट, रिपोर्टिंग प्रक्रिया और समयसीमा भी बताई गई। उन्होंने कहा कि कालाजार डोज़ियर बीमारी के खात्मे की वह आधारशिला है, जिसके बल पर सीवान को आने वाले समय में कालाजार मुक्त घोषित किया जा सकेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में वीबीडीसीओ प्रीति आनंद, विकास कुमार (पिरामल फाउंडेशन), प्रोग्राम लीड राजेश कुमार सहित विभिन्न प्रखंडों के स्वास्थ्यकर्मियों ने सक्रिय सहभागिता की। यह प्रशिक्षण जिला स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को और मजबूत करता है तथा सीवान को कालाजार मुक्त बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगा।

