माँझी में हो रहा है भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण, कोलकाता के प्राचीन मंदिरों से प्रेरित
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: माँझी नगर पंचायत के मियाँ पट्टी में इस वर्ष दुर्गा पूजा के अवसर पर 70 फुट ऊँचा और 30 फुट चौड़ा भव्य व आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है। इस पंडाल की डिजाइन कोलकाता के प्राचीन हिन्दू मंदिरों से प्रेरित है।
जय माँ जगदम्बे दुर्गा पूजा समिति के सक्रिय सदस्य पिछले 24 वर्षों से माँझी की सबसे घनी आबादी वाली इस बस्ती के बीचोंबीच अलग-अलग डिजाइनों के पंडाल का निर्माण करते आ रहे हैं। वर्ष 2001 से शुरू हुई इस परंपरा की खासियत यह है कि पंडाल का नक्शा तैयार करने से लेकर निर्माण तक का पूरा कार्य समिति के सदस्य स्वयं अपने हाथों से करते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि पंडाल निर्माण में बाहर के कारीगरों या मजदूरों की कोई सहायता नहीं ली जाती।
दशहरा के दौरान इस पंडाल में स्थापित प्रतिमाओं के दर्शन के लिए दूर-दराज से हजारों श्रद्धालु पहुँचते हैं। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा स्थानीय गलियों में वन-वे सिस्टम लागू किया जाता है और पंडाल के आसपास सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाती है।
इस वर्ष के पंडाल निर्माण में लगभग पाँच सौ बाँस, 80 बंडल थर्मोकोल, तीन क्विंटल नारियल की रस्सी, लकड़ी का बीट, कपड़ा और चट्टी की बोरी पर सीमेंट का घोल इस्तेमाल किया जा रहा है। पंडाल निर्माण का नेतृत्व आकाश बजरंगी कर रहे हैं। उनके निर्देशन में समिति के एक दर्जन से अधिक सदस्य पिछले एक महीने से दिन-रात निःशुल्क कार्य कर रहे हैं।
पंडाल निर्माण में लगभग चार लाख रुपये की सामग्री के अलावा मूर्ति, सजावट, साउंड और लाइटिंग पर दो लाख रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान है। यदि श्रम लागत भी जोड़ी जाए तो इस वर्ष का कुल खर्च लगभग सात लाख रुपये तक पहुँचने की संभावना है।
निर्माण कार्य में आकाश बजरंगी के साथ समिति के सदस्य रोहित कुमार, हरेश कुमार, उपेंद्र कुमार, मुन्ना कुमार, मनीष कुमार, शिवम कुमार, सुनील कुमार, संदीप कुमार, सागर, अभिषेक कुमार, अंशु कुमार सहित अन्य साथी सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।