माँझी में राष्ट्रीय पोषण माह पर कृषि विज्ञान केन्द्र ने कराया प्रशिक्षण, पोषण वाटिका से बेहतर जीवन पर जोर
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: राष्ट्रीय पोषण माह-2025 “बेहतर जीवन के लिए सही भोजन” के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, माँझी द्वारा मंगलवार को पोषण वाटिका विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उद्यान विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र चंदोला, डॉ. जीर विनायक, डॉ. सुषमा टम्टा, डॉ. विजय कुमार, जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक ऋषि कुमार और क्षेत्रीय समन्वयक अजय कुमार श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र चंदोला ने जीविका समूह और आंगनवाड़ी की महिलाओं को संबोधित करते हुए पोषण वाटिका की महत्ता विस्तार से समझाई। उन्होंने बताया कि सितम्बर माह को पोषण माह, स्वच्छता पखवाड़ा और हिंदी पखवाड़ा के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं को पोषक तत्वों के महत्व, उनसे होने वाले लाभ और बीमारियों की रोकथाम में फलों एवं सब्जियों के उपयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पोषण वाटिका के लिए 200 से 250 वर्ग मीटर जगह उपयुक्त होती है और एक वयस्क को प्रतिदिन 300 ग्राम सब्जी व 200 ग्राम फल का सेवन जरूरी है।
डॉ. जीर विनायक ने पोषण वाटिका में लगने वाले कीट और रोग प्रबंधन के बारे में जानकारी दी, जबकि डॉ. सुषमा टम्टा ने कृषि उपकरणों के प्रयोग पर विस्तार से चर्चा की। डॉ. विजय कुमार ने औषधीय पौधों के उपयोग और उनके स्वास्थ्य लाभ पर प्रकाश डाला। जीविका से ऋषि कुमार और अजय कुमार श्रीवास्तव ने सेविकाओं और वीआरपी को निर्देश दिया कि इस प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी को गाँव-गाँव तक पहुँचाया जाए।
कार्यक्रम में माँझी, एकमा और दिघवारा प्रखंड की 50 आंगनवाड़ी सेविकाओं और 50 जीविका वीआरपी ने भाग लिया। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को सब्जी बीज मिनीकिट, नींबू, सतावर, ऐलोवेरा, तुलसी, नींबू घास और ब्राह्मी के पौधे वितरित किए गए।
इस आयोजन में कृषि विज्ञान केंद्र के अमितेश कुमार गौरव, रामा रंजन, राकेश कुमार, अंकित मिश्रा और अवनीश पांडे ने सहयोग किया।