गोबरही गांव स्थित शिव शक्ति धाम बना आस्था और विश्वास का केंद्र
ईमानदारी से भगवान की सेवा करने पर ही मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं: विजय सिंह
सारण (बिहार): माँझी प्रखंड के गोबरही गांव में निर्मित शिव शक्ति धाम आज आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया है। मंदिर परिसर में प्रतिदिन पूजा-अर्चना के लिए उमड़ती श्रद्धालुओं की भीड़ इस धाम की बढ़ती महत्ता और लोकप्रियता को दर्शाती है। श्रद्धालु अब इस मंदिर को आस्था की मिसाल मानने लगे हैं।
शिव शक्ति धाम की स्थापना कुछ वर्ष पूर्व क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के सहयोग और संकल्प से हुई थी। शुरुआत में यह स्थान एक साधारण पूजा स्थल था, लेकिन धीरे-धीरे भक्तों और दानदाताओं के प्रयासों से यह एक भव्य मंदिर के रूप में विकसित हो गया। मंदिर के निर्माण और विकास में स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने भी योगदान दिया।
धाम को विशेष बनाने में बिहार ही नहीं बल्कि दिल्ली, झारखंड, गुजरात, कोटा, बेंगलुरु और अन्य राज्यों से भक्तों एवं दानदाताओं का आर्थिक सहयोग मिला है। इसी सहयोग से मंदिर का निर्माण, पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों की व्यवस्थाएँ सुचारु रूप से संचालित हो रही हैं। श्रद्धालुओं के सहयोग को शिलापट्ट पर अंकित कर मंदिर परिसर में स्थापित किया गया है, जिससे आस्था के साथ पारदर्शिता का संदेश भी प्रसारित हो रहा है।
यह मंदिर क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का भी केंद्र बन गया है। हर साल महाशिवरात्रि, सावन माह, नवरात्र और छठ पर्व पर यहाँ विशेष पूजा-अर्चना और भव्य मेले का आयोजन होता है। इन अवसरों पर दूर-दराज़ के श्रद्धालु भी यहाँ पहुँचते हैं और धाम परिसर में भक्तिमय माहौल छा जाता है।
शिव शक्ति धाम मंदिर परिसर के अध्यक्ष विजय सिंह ने इस अवसर पर कहा कि “हमने सदैव धर्म को बनाए रखने की कोशिश की है। मानव जीवन में भगवान और परमात्मा की प्राप्ति के लिए हमारे धर्म में ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग जैसे अनेक रास्ते बताए गए हैं। यदि हम ईमानदारी से भगवान की सेवा करें तो निश्चित रूप से भगवान मिलते हैं और सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।”
इस मौके पर अजय सिंह, सुनील कुमार सिंह, मंटू सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। पूरा वातावरण भक्ति और श्रद्धा से सराबोर रहा।