महाकवि केदारनाथ मिश्र प्रभात की जयंती पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन
✍️राजीव कुमार झा
नई दिल्ली: हिंदी साहित्य के कालजयी महाकवि केदारनाथ मिश्र प्रभात की जयंती पर शुक्रवार को फाउंडेशन के फेसबुक पेज पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देशभर के प्रतिष्ठित कवियों और कवयित्रियों ने प्रभात जी की प्रकाशित एवं अप्रकाशित रचनाओं का पाठ कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने पाठकों और साहित्यकारों से आह्वान किया कि महाकवि की विरासत को संजोना और नई पीढ़ी को उनके साहित्य के अध्ययन हेतु प्रेरित करना हमारा कर्तव्य है। कवयित्री वंदना बाजपेयी ने प्रभात जी की महत्वपूर्ण कृति के प्रथम सर्ग का पाठ कर कैकेयी की अंतर्वेदना का सजीव चित्रण किया। वहीं, डॉ. उमाशंकर ने राष्ट्र प्रेम संग्रह की कविताओं के माध्यम से श्रद्धांजलि दी और उन्हें राष्ट्रकवि की उपाधि के योग्य बताया।
गोष्ठी में वरिष्ठ कविगणों सुमेधा पाठक, अशोक लव, केकी कृष्ण, नूतन पांडे, सुषमा तिवारी सहित युवा कवि नवनीत कुमार ने प्रभात जी की ज्वाला, राष्ट्रपुरुष, सर्गांत, कलापिनी और कुछ अप्रकाशित रचनाओं का पाठ कर काव्यप्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का समापन अध्यक्ष रागिनी भारद्वाज के भावपूर्ण संबोधन से हुआ। उन्होंने अपने महान पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी लघु कृति त्रस रेणु से चयनित चतुष्पदियों का पाठ भी किया।