गाँव-गाँव पहुँचेंगी आशा कार्यकर्ता, गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के रोगों का करेंगी सर्वे
* 6 प्रकार के रोगों की गर्भवती माता एवं 12 प्रकार के रोगों की शिशुओं में करेगी पहचान
* माँ और बच्चे के रोगों पर पैनी नजर रखेगी आशा
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| फाइल फोटो |
///जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार): समाज में ग्रास रूट पर खडे लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में आशा कार्यकर्ता मील का पत्थर साबित हो रही हैं। जिससे आशा कार्यकर्ताओं को और अधिक सशक्त बनाया जा रहा है। जिससे वे समाज में बीमारियों से जुडी हर गतिविधियों पर नजर रखते हुए उसकी जानकारी साझा कर सकें। इसके लिए ग्रामीण इलाकों में तैनात आशा कार्यकर्ताओं को डिजिटल तौर से प्रशिक्षित किया गया है।जिसके तहत जिले में स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और योग्य दंपतियों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी करेगा इसके लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां जुटाएंगे और जरूरत पड़ने पर महिलाओं व शिशुओं को चिकित्सीय परामर्श भी दिलवाएंगी स्वास्थ्य विभाग ने इसकी शुरुआत कर दी है। आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं से जुड़ी 6 प्रमुख बीमारियों की पहचान के लिए सर्वे करेगी वहीं नवजात शिशु में 12 तरह की बीमारियों का पता लगाने के लिए घर-घर पहुंचेंगे।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है उद्देश्य :
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया आशा कार्यकर्ता सर्वे के दौरान स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट सौंपने के साथ-साथ सर्वे पत्र भी भरेगी इसके अलावा प्रसुताओं को नवजात शिशुओं की सही देखभाल और पोषण संबंधी जानकारी भी देगी किसी महिला या शिशु की स्थिति गंभीर पाए जाने पर उन्हें तत्काल डॉक्टर या एएनएम से परामर्श दिलाया जाएगा। इस पहल से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को समय पर इलाज और सही परामर्श मिल सकेगा साथ ही मेरिट एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में मदद मिल सकेगी इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
नवजात शिशुओं में इन रोगों की होगी पहचान:
सांस लेने में कठिनाई,स्तनपान में दिक्कत, मल मूत्र त्याग की समस्या, नाल /नाभी लाल होना या मवाद आना , शरीर पर फुंसी या फोड़ा होना, पीलिया बुखार व दस्त लगना , सुस्त या निष्क्रिय होना दौरा पड़ना व आंखों में लाली या संक्रमण जैसी समस्या होना
माता में इन बीमारियों का होगा सर्वे :
आशा कार्यकर्ता के द्वारा पेट में तेज दर्द व पैरों में सूजन, कमजोरियां थकान और सांस फूलना, दौरे पर रक्तस्राव होना और बुखार जैसी समस्याओं का सर्वे करेगी एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार करवाएंगे।

