माँझी रेलवे हाल्ट का होगा कायाकल्प, यात्री सुविधाओं का हो रहा विस्तार
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: वर्ष 1908 में अंग्रेजों द्वारा निर्मित माँझी रेलवे हाल्ट का रेल प्रशासन एक बार फिर से नए सिरे से कायाकल्प करने जा रहा है। संत धरणी की जन्मस्थली के समीप माँझी नगर पंचायत में स्थित इस अतिमहत्वपूर्ण हाल्ट पर यात्री सुविधा विस्तार की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करने की दिशा में पहल शुरू कर दी गई है। गुरुवार से हाल्ट के बुकिंग काउंटर और गोदाम के जर्जर छप्पर को बदलने का काम प्रारम्भ हो गया है।
स्टेशन संचालक मोज़म्मिल हुसैन उर्फ लालबाबू ने बताया कि जल्द ही टिकट काउंटर से लेकर प्लेटफॉर्म तक लगभग 100 मीटर लंबा शेड बनाया जाएगा, ताकि यात्रियों को बरसात और धूप से राहत मिल सके। इसके अलावा टिकट काउंटर के समीप 400 वर्गफुट में बेंचों से युक्त यात्री प्रतीक्षालय, प्लेटफॉर्म पर आठ नए शेड, तथा काउंटर के पास अत्याधुनिक शौचालय का भी निर्माण कराया जाएगा।
सौंदर्यीकरण अभियान के तहत माँझी चट्टी से प्लेटफॉर्म तक की सड़क का नवीनीकरण किया जाएगा और प्रकाश व्यवस्था भी सुदृढ़ की जाएगी। इस पहल से स्थानीय यात्रियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
ज्ञात हो कि वर्ष 1987 में सामाजिक कार्यकर्ता जमादार पंडित ने सबसे पहले जीएम को ज्ञापन देकर यात्री सुविधा बहाली की मांग उठाई थी। इसके बाद बीते एक दशक से अनुभव जिंदगी का सोशल ग्रुप इस मुद्दे को लगातार उठाता रहा। नए माँझी रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह ‘सिग्रीवाल’ के विशेष प्रयास से हाल्ट को दोबारा बहाल किया गया था।
हाल्ट के सौंदर्यीकरण से उत्साहित लोगों ने एक बार फिर मांग की है कि इसका नामकरण संत धरणी नगर के नाम पर किया जाए और यहां बलिया-सियालदह, सारनाथ एक्सप्रेस और सद्भावना एक्सप्रेस का ठहराव सुनिश्चित किया जाए।