बीपीएससी प्रधानाध्यापकों-प्रधान शिक्षकों के वेतन विसंगति पर सवाल, 7th Pay मैट्रिक्स के अनुसार संशोधन की मांग
पटना (बिहार): बिहार टीचर सर्विस एसोसिएशन (BTSA) ने शिक्षा विभाग को स्मार पत्र सौंपकर बीपीएससी से नियुक्त प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षकों के वेतनमान व पे लेवल में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने की मांग की है।
प्रदेश अध्यक्ष कमलेन्द्र सिंह राक्षस ने पत्र में कहा है कि सरकारी सेवाओं का वर्गीकरण समूह–क, ख और ग के रूप में किया गया है। पहले बीपीएससी से बहाल प्रधानाध्यापक और शिक्षक समूह-ख में रखे जाते थे तथा उन्हें पुनरीक्षित वेतन स्तर संरचना में लेवल-6 से 9 तक का लाभ मिलता था। लेकिन वर्तमान में नियुक्त प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक को समूह-ग और लेवल-1 से 5 में रखा जा रहा है, जो नियमों के विरुद्ध है।
स्मार पत्र में स्पष्ट किया गया है कि जब एक ही आयोग से एक ही श्रेणी के पदाधिकारी बहाल होते हैं तो फिर उनके समूह और पे-मैट्रिक्स स्तर में अंतर क्यों रखा जा रहा है?
एसोसिएशन ने मांग की है कि बीपीएससी से नियुक्त प्रधानाध्यापकों को ग्रेड पे 5400, लेवल-11, इंडेक्स-53100 और प्रधान शिक्षकों को ग्रेड पे 4800, लेवल-9, इंडेक्स-47600 पर 7वें वेतन आयोग (7th Pay) के अनुरूप संशोधित वेतनमान दिया जाए।
इसके साथ ही HRMS PHASE-II मॉड्यूल में Cadre Management, E-Service Book Correction, Service Verification, Medical Reimbursement, Bill Generation आदि प्रक्रियाओं को शीघ्र लागू करने की भी मांग की गई है।
एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो शिक्षक वर्ग आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।