सभी वर्गों का उत्थान, सभी क्षेत्रों का विकास हमारा संकल्प — मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मदरसा शिक्षा बोर्ड के शताब्दी समारोह में बोले सीएम, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का बजट 3 करोड़ से बढ़कर 1080 करोड़, शिक्षा–रोजगार और महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर
///जगत दर्शन न्यूज
पटना (बिहार): बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के शताब्दी समारोह का आयोजन मंगलवार को सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और अल्पसंख्यक समाज के लिए राज्य सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों और उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा सभी तबकों के हितों को ध्यान में रखकर योजनाएँ बनाई हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004-05 में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का बजट मात्र 3 करोड़ 54 लाख रुपये था, जिसे बढ़ाकर अब 1080 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव इस बात का प्रमाण है कि सरकार अल्पसंख्यक समाज के विकास के लिए कितनी गंभीर है।
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2006 से मदरसों का निबंधन शुरू किया गया और उन्हें सरकारी मान्यता प्रदान की गई। साथ ही मदरसों के शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के समान वेतन देने की व्यवस्था की गई। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तलाकशुदा और परित्यक्ता मुस्लिम महिलाओं को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा मुस्लिम वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए सहायता दी जा रही है, वहीं युवक-युवतियों को स्वरोजगार शुरू करने हेतु ‘मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना’ संचालित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का मूल सिद्धांत हमेशा से रहा है—‘सभी वर्गों का उत्थान और सभी क्षेत्रों का विकास’। इसी सोच के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के लिए शिक्षा, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में कई पहल की गई हैं।
कार्यक्रम में मौजूद बड़ी संख्या में आए बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों और विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री की इन योजनाओं और संकल्पों की सराहना की। समारोह में बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के शताब्दी वर्ष को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यह संस्थान शिक्षा और सामाजिक जागरूकता की दिशा में नई ऊँचाइयाँ हासिल करेगा।