दोआबा अकादमी में ‘आभासी दुनिया का सच’ का लोकार्पण
साहित्यकारों ने कहा— तकनीक से दूरी और सकारात्मकता ही जीवन का सच्चा मार्ग
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चित्र: पुस्तक का लोकार्पण करते हुए डॉ. अजय शर्मा, डॉ. तरसेम गुजराल, डॉ. धर्म पाल साहिल, ठाकुर दास चावला एवं डॉ. जवाहर धीर व अन्य। |
/// जगत दर्शन न्यूज
फगवाड़ा (पंजाब): दोआबा साहित्य एवं कला अकादमी द्वारा आर्य मॉडल सी.सै. स्कूल, गऊशाला रोड में आयोजित एक गरिमामय लोकार्पण समारोह में कवि एवं समीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय की संपादित पुस्तक ‘आभासी दुनिया का सच’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के अध्यक्ष डॉ. जवाहर धीर ने की।
समारोह में शिरोमणि साहित्यकार डा. अजय शर्मा और तरसेम गुजराल ने कहा कि आभासी दुनिया आज की सच्चाई है, लेकिन बच्चों और युवाओं को इसके दुष्प्रभावों से दूर रखना होगा। डॉ. धर्मपाल साहिल ने पुस्तक की विषय-वस्तु की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह हर पाठक को आत्ममंथन के लिए प्रेरित करती है।
अकादमी के संरक्षक टी.डी. चावला ने कहा कि प्राकृतिक बदलाव मनुष्य को मजबूत करते हैं, जबकि कृत्रिम बदलाव मानसिक रूप से कमजोर कर सकते हैं। पंजाबी साहित्यकार रविन्द्र सिंह चोट ने कहा कि यह पुस्तक पाठकों को आईना दिखाती है और सकारात्मक सोच की राह सुझाती है। डॉ. नीलू शर्मा ने भी दिलीप पाण्डेय को बधाई दी।
इस अवसर पर डॉ. जवाहर धीर ने प्रकाशक आस्था प्रकाशन को सराहते हुए कहा कि संपादन का कार्य चुनौतीपूर्ण होता है और इसे सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए दिलीप पाण्डेय प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने नई पुस्तक के प्रकाशन पर दिलीप पाण्डेय और सुखदेव सिंह गंडवा को सम्मानित किया।
समारोह में नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष मलकीत सिंह रघवोत्रा ने अकादमी की गतिविधियों को समाज जागरण का माध्यम बताते हुए प्रशंसा की। मंच संचालन राजेश अध्याय ने किया।
इस मौके पर साहित्यकार प्रो. सरला भारद्वाज, प्रिं. प्रोमिला अरोड़ा, बलदेव राज कोमल, जतिंद्र गुप्ता, सुखदेव सिंह गंडवां, वीणा विज और हरचरण भारती ने कविता पाठ किया। सभा में चारु दत्त सुधीर, डॉ. दीपक, रंजना पांडेय, रुचि पांडेय, राजू राय, जय सिंह सहित अनेक साहित्यप्रेमी मौजूद रहे।