एम्बुलेंस चालक के झांसे में फंसे परिजन, पीएमसीएच के बजाय निजी अस्पताल में भर्ती बच्ची की मौत
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: मांझी प्रखण्ड के मदनसाठ गांव निवासी सोनू कुमार सिंह की दो वर्षीय पुत्री परी कुमारी की इलाज के क्रम में मौत हो गई। गुजरात से छपरा लौटने के दौरान हमसफ़र एक्सप्रेस में ही बच्ची अचानक बीमार हो गई थी। परिजन आनन-फानन में छपरा के एक निजी क्लिनिक पहुंचे, जहाँ चिकित्सकों ने उसे गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल रेफर कर दिया। बाद में सदर अस्पताल से चिकित्सकों ने बच्ची को तत्काल पीएमसीएच पटना रेफर किया।
इसी बीच एम्बुलेन्स चालक ने परिजनों को झांसा देकर बच्ची को पीएमसीएच में भर्ती कराने के बजाय पटना स्थित रॉयल सेंट्रल हॉस्पिटल पहुँचा दिया और वहीं छोड़कर फरार हो गया। इस अस्पताल में इलाज के क्रम में बच्ची की हालत लगातार बिगड़ती रही और अंततः उसकी मौत हो गई।
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि रॉयल सेंट्रल हॉस्पिटल के संचालक ने शव को ले जाने के एवज में 25 हजार रुपये की अवैध वसूली की। हताश परिजनों ने रो-रोकर अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि उनकी मासूम बच्ची को यदि समय पर पीएमसीएच में भर्ती कराया गया होता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।
इस हृदयविदारक घटना के बाद पीड़ित परिवार ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मामले की जाँच कर दोषी एम्बुलेन्स चालक व अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
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