तेजी से बढ़ता सरयू का जलस्तर: मांझी का रामघाट और श्मशान घाट जलमग्न, दहशत में तटवर्ती गांव
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: सरयू नदी का जलस्तर लगातार तेज़ी से बढ़ता जा रहा है और अब यह खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। इससे मांझी प्रखंड के तटवर्ती गांवों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों में चिंता बढ़ गई है क्योंकि नदी के रौद्र रूप ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
बाढ़ का पानी मांझी के प्रसिद्ध रामघाट को पूरी तरह जलमग्न कर चुका है। घाट पर स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर और मैनिया बाबा मंदिर भी अब पानी की चपेट में आ गए हैं। मंदिर परिसर में पानी भर जाने के कारण श्रद्धालुओं का आना-जाना बंद हो गया है और पूजा-पाठ की सभी गतिविधियां रोक दी गई हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर की सीढ़ियां पूरी तरह पानी में डूब चुकी हैं। रामघाट की पावन भूमि पर अब न तो कोई बैठने की जगह बची है और न ही श्रद्धालु दर्शन के लिए वहां जा पा रहे हैं।
इधर मांझी का श्मशान घाट भी सरयू के पानी में पूरी तरह डूब चुका है। स्थिति यह है कि अंतिम संस्कार के लिए कोई स्थान शेष नहीं रह गया है। बीते 24 घंटे में एक भी शव का दाह-संस्कार नहीं किया जा सका, जिससे परिजनों को वैकल्पिक घाटों की तलाश करनी पड़ रही है।
प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और बाढ़ संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। ग्रामीणों की सुरक्षा और राहत के लिए प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है, लेकिन बढ़ते जलस्तर ने चिंता को और गहरा कर दिया है।