टीबी मुक्त अभियान -
निजी संस्था की ओर से मिलने वाली पोषण सामाग्री की मदद से मरीजों के उपचार में 95 प्रतिशत मिली सफलता: मुख्य चिकित्सा अधिकारी
मरीजों को समय से पोषाहार उपलब्ध कराने वाली संस्था प्रमुख डॉ अंजू सिंह समाज के लिए बनी आइकॉन: डॉ राकेश यादव
सिंगरामऊ मुख्यालय स्थित गौरी शंकर मंदिर परिसर में शनिवार को 152 टीबी मरीजों के बीच पोषाहार किया गया वितरण: डॉ अंजू सिंह
सिंगरामऊ (जौनपुर), 23 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य में यक्ष्मा मरीजों को उचित सलाह, उपचार, बचाव सहित रोगियों को गोद लेकर पौष्टिक आहार वितरण करने के लिए प्रसिद्ध सामाजिक संस्था ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति के सिंगरामऊ मुख्यालय स्थित गौरी शंकर मंदिर परिसर में शनिवार को 152 टीबी मरीजों के बीच पोषाहार वितरण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि जनपद से टीबी बीमारी पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता है। सभी प्रखंडों में हाई रिस्क पापुलेशन का चयन पूर्ण कर 31 जुलाई तक कुल 7008 टीबी रोगियों की खोज कर इन सभी का उपचार किया जा रहा है। निःक्षय मित्रों के माध्यम से उन्हें पोषक सामाग्री दी जा रही है, ताकि वह शीघ्र स्वस्थ हो सकें। उन्होंने टीबी मरीजों को समय से पोषाहार उपलब्ध कराने के लिए ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की प्रमुख डॉ अंजू सिंह का प्रशंसा करते हुए कही कि ऐसे संगठनों से मिलने वाली पोषण सामाग्री की मदद से मरीजों के उपचार में सफलता की दर 95 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि दवाएं नि: शुल्क मिलतीं हैं। इसलिए इलाज एवं दवा के लिए पैसा मांगने पर उन्हें फोन करने की सलाह दी। अंत में लोगों की मांग पर उन्होंने टीबी हारेगा, देश जीतेगा, एक दिन गाकर टीबी मरीजों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि टीबी से होने वाली मृत्यु दर पांच प्रतिशत से घटकर 2.6 प्रतिशत पर आ गई है।
विशिष्ट अतिथि गांधी स्मारक पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज समोधपुर में मध्य एवं आधुनिक इतिहास विभाग में प्रोफेसर तथा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राज्यपाल निर्देशित गांव गोद कार्यक्रम के समन्वयक डॉ.राकेश कुमार यादव ने हर क्षेत्र में बढ़ती महिलाओं की भागीदारी का उल्लेख करते हुए ठाकुरबाड़ी संस्था तथा संस्था प्रमुख डॉ अंजू सिंह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनपद को टीबी मुक्त कराने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। टीबी मुक्त अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग एक जनवरी से वल्नरेबल जनसंख्या में से उच्च जोखिम वाले टीबी मरीजों को खोजने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
संस्था प्रमुख डॉ अंजू सिंह ने बताया कि विगत अप्रैल 2025 महीने में गोद लिए गए 68 मरीजों को छठीं बार तथा मई, जून और जुलाई महीने के 84 मरीजों को पहली बार पौष्टिक आहार सामग्री की पोषण पोटली बांटी गई हैं। सरकार के इस कार्यक्रम में ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति पूरी तरह से समर्पित है। इलाजरत सभी टीबी मरीजों को लगातार छह माह तक पोषाहार देकर उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने में मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को जागरूक करने के साथ ही उनके परिवार की संस्था काउंसलिंग भी करती है। कार्यक्रम में टीबी बीमारी से स्वस्थ हो चुके लोगों ने अपने अनुभव साझा किया है। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह, विशिष्ट अतिथि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डॉ राकेश यादव, संस्था प्रमुख डॉ अंजू सिंह ने संयुक्त रूप से किया। सरस्वती वंदना और स्वागत गीत विनीता- अनीता ने गाया। जबकि कार्यक्रम का संचालन गौरव मिश्रा और सौम्या सिंह ने किया। इस अवसर पर रमापति यादव, आदर्श दूबे, बदलापुर के एसटीएस तरुण कुमार, लालमनी मिश्रा, मंजू सिंह, नेहा सिंह, जबीं, सत्यजीत मौर्य सद्दाम, शकुंतला देवी सहित सभी गोद लिए गए टीबी मरीज उपस्थित रहे।