समाहरणालय लिपिकों की हड़ताल 21वें दिन भी जारी, वार्ता विफल रहने पर सरकार पर दबाव बढ़ा
पटना (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: बिहार राज्य भर के समाहरणालय लिपिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 21वें दिन भी जारी रही। करीब 20 हजार लिपिक अपनी 10 सूत्री न्यायोचित मांगों की पूर्ति को लेकर प्रखंड, अनुमंडल से लेकर जिला समाहरणालय तक कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। हड़ताल को विभिन्न संघ-यूनियनों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है।
बुधवार को जिलाधिकारी एवं डीडीसी पटना की पहल पर सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव बी. राजेन्द्र और संघ के 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई। प्रतिनिधिमंडल में कुमार इन्द्रजीत (राज्याध्यक्ष), मो. सईद आलम (महासचिव), सैयद मो. नजमी (राज्य सचिव), रंजन कुमार, पिकेश कुमार, ऋषिराज कश्यप, महासंघ (गोप गुट) के राज्याध्यक्ष निरंजन कुमार सिन्हा और उपाध्यक्ष फखरूद्दीन अली अहमद शामिल रहे।
वार्ता के दौरान विभाग ने कुछ मुद्दों पर सहमति जताई और शेष पर सकारात्मक दृष्टि से विचार करने की बात कही, लेकिन प्रतिनिधिमंडल के बार-बार अनुरोध के बावजूद सहमति का लिखित वृत्त या पत्र देने से इंकार कर दिया। इसके बाद संघ की संघर्ष समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक लिखित सहमति पत्र या वार्ता का वृत्त जारी नहीं होता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
संघ ने सरकार से अनुरोध किया कि अहंकार और पूर्वाग्रह छोड़ते हुए बिना विलंब के मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय ले, ताकि कर्मचारियों की समस्या का समाधान हो सके।