निवास प्रमाण पत्र में ‘डॉग बाबू’ के नाम से दस्तावेज जारी करने वाले कर्मी को भेजा गया जेल, जिलाधिकारी ने की गहन जांच
///जगत दर्शन न्यूज
पटना/मसौढ़ी (बिहार): निवास प्रमाण पत्र में ‘डॉग बाबू’ के नाम से प्रमाण पत्र जारी करने के मामले ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया, जब जिलाधिकारी पटना ने नगर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के साथ मसौढ़ी अंचल कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की गहन जांच की।
यह मामला तब उजागर हुआ जब अंचल कार्यालय मसौढ़ी से एक निवास प्रमाण-पत्र पर कुत्ते की तस्वीर और “डॉग बाबू” के नाम से दस्तावेज जारी कर दिया गया। प्रशासन द्वारा इस शर्मनाक लापरवाही की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अंचल कार्यालय में कार्यरत कार्यपालक सहायक मींटु कुमार निराला, पिता मिथिलेश प्रसाद यादव, निवासी घोषी, जहानाबाद, ने 15 जुलाई 2025 को सुबह 09:41 बजे स्वयं ही इस आवेदन में कुत्ते की फोटो लगाकर अपलोड किया था।
जांच के समय अनुमंडल पदाधिकारी मसौढ़ी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मसौढ़ी, एनआईसी की टीम, आरटीपीएस के नोडल पदाधिकारी भी मौजूद थे। जांच के क्रम में एनआईसी द्वारा तकनीकी स्तर पर कंप्यूटर सिस्टम और अपलोड की प्रक्रिया की पड़ताल की गई और सभी कर्मियों से पूछताछ की गई।
यह भी पुष्टि हुई कि निवास प्रमाण पत्र स्वीकृत होने के बाद सबसे पहले उसी कार्यपालक सहायक मींटु कुमार निराला ने ही इस डॉक्युमेंट को एक्सेस किया। जिलाधिकारी पटना ने बताया कि आरोपी को तत्काल प्रभाव से जेल भेज दिया गया है तथा उसके खिलाफ अग्रतर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उसे बर्खास्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि इस पूरे प्रकरण के पीछे उसकी मंशा क्या थी और इसमें कौन-कौन अन्य लोग शामिल हो सकते हैं।
यह मामला बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा भी संज्ञान में लिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि इस तरह की लापरवाही या जानबूझकर की गई हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।