प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शहर के बहुरिया कोठी स्थित सभागार में "Heal the Healers" से संबंधित स्नेह मिलन आयोजित!
राजयोग केवल ध्यान की तकनीक नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के बीच सकारात्मक संबंध स्थापित करने की विधि: डॉ कृति पराशर
मरीजों के साथ सकारात्मक ऊर्जा और अपने व्यवहार के साथ उसके चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास करना चाहिए: डॉ मेजर मधुकर
सारण (बिहार): स्वास्थ्य सेवा देने वालों के अंदर सकारात्मक ऊर्जा, करुणा और संतुलन को पुनर्जीवित करना है, क्योंकि चिकित्सक भी मानव हैं, भावनाओं की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। उक्त बातें प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू की राजयोगिनी बहन डॉ कृति पराशर ने शहर के बहुरियाकोठी के सभागार में आयोजित Heal the Healers (उपचारकर्ताओं को चंगा करो) समारोह के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान के तहत शामिल चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों से आग्रह किया कि केवल मरीजों की चिकित्सा सेवा तक सीमित नहीं रहना चाहिए। बल्कि स्वयं की आत्मिक और मानसिक शांति को भी प्राथमिकता देना चाहिए। हालांकि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि “उपचारकर्ताओं को चंगा करो” यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक विचार है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र के हर व्यक्ति को खुद के भीतर झांकने की प्रेरणा देता है। “पहले स्वयं को चंगा करें, फिर दुनिया को स्वस्थ करें”। आने वाले समय में चिकित्सा क्षेत्र को एक नई सोच और ऊर्जा प्रदान कर सकता है। डॉ कृति पराशर ने कहा कि राजयोग केवल ध्यान की तकनीक नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के बीच सकारात्मक संबंध स्थापित करने की विधि है। इसका नियमित अभ्यास न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि आंतरिक शक्ति और सहनशीलता भी बढ़ाता है। क्योंकि राजयोग से हम खुद को जानना शुरू करते हैं, और जब हम स्वयं को समझते हैं, तभी दूसरे को सच्ची सेवा दे सकते हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसियन छपरा के अध्यक्ष सह प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ मेजर मधुकर कुमार ने कहा कि यह सत्र हमारे लिए आत्म- चिंतन का अवसर बना है। क्योंकि प्रत्येक दिन सैकड़ों मरीजों का इलाज करते हैं, लेकिन आज पहली बार किसी ने हमें भी ‘स्वस्थ’ रहने की बात कही है। लेकिन इस अभियान को व्यापक स्तर पर अपनाने की जरूरत है। ताकि यह जिले सहित दूसरे जिले में सदर अस्पताल और क्लिनिक तक पहुंचे, यही हमारी प्रार्थना है। हमलोग एक चिकित्सक है, लेकिन चिकित्सको को भी चिकित्सक बनाने वाला का नाम परमपिता परमात्मा ही है। जिन्होंने हम सभी को आज चिकित्सक बनाया है। जिस कारण हमारा फर्ज बनता है कि मरीजों के साथ सकारात्मक ऊर्जा और अपने व्यवहार के साथ उसके चेहरे पर मुस्कान लाए। क्योंकि आपके मुस्कुराहट को देख कर उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाए, यही चिकित्सकों का असली महत्व होता है। वर्तमान समय में चिकित्सकों पर मानसिक दबाव, अधिकांश कार्यभार और समाज की अपेक्षाएं अत्यधिक बढ़ गई हैं। ऐसे में एक चिकित्सक, नर्स या चिकित्सा कर्मी का चंगा होना उतना ही आवश्यक है जितना मरीज का होना चाहिए।
स्थानीय ब्रह्मा कुमारी सेवा केंद्र द्वारा आयोजित "Heal the Healers" (उपचारकर्ताओं को चंगा करो) समारोह का शुभ उद्घाटन स्थानीय सेवाकेंद्र की मुख्य संचालिका ब्रह्मा कुमारी अनामिका दीदी, मुख्य वक्ता और आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जबकि मंच संचालन समीर आनंद ने किया, वहीं समापन चिकित्सक दिवस मनाकर किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसियन (आइएमए) छपरा के अध्यक्ष डॉ मेजर मधुकर कुमार, पूर्व अध्यक्ष डॉ शालिग्राम विश्वकर्मा, शहर ही नहीं बल्कि उत्तर बिहार के प्रख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रवि शंकर प्रसाद, शहर की प्रसिद्ध महिला रोग विशेषज्ञ डॉ विनोद कुमारी शर्मा, डॉ कल्पना शर्मा, डॉ एम पी चौधरी, डॉ संगीता चौधरी सहित कई अन्य वरीय चिकित्सकों ने अपना अपना विचार व्यक्त किया। जबकि इस अवसर पर पूर्व मेयर राखी गुप्ता, महिला हेल्प लाइन की परियोजना प्रबंधक मधुबाला, डॉ अंजली सिंह, प्रियंका कुमारी, खुशबू ठाकुर, धर्मनाथ पिंटू, रंजीत भोजपुरिया के अलावा कई अन्य भाई और बहनों सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।