"हर बेटी की सुरक्षा का संकल्प": मानव व्यापार निषेध दिवस पर सारण पुलिस को विशेष सम्मान
सारण (बिहार): विश्व मानव व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर सारण पुलिस को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। बिहार पुलिस मुख्यालय, पटना स्थित सरदार पटेल भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान सारण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. कुमार आशीष को मानव तस्करी और महिला/बालिका उत्पीड़न के विरुद्ध बेहतरीन कार्य के लिए पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार द्वारा सम्मानित किया गया।
यह सम्मान "आवाज़ दो" अभियान के अंतर्गत सारण पुलिस द्वारा पिछले एक वर्ष में की गई प्रभावशाली कार्रवाई और जागरूकता के प्रयासों की मान्यता है। कार्यक्रम में कई वरीय पुलिस अधिकारी और विभिन्न जिलों एवं संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
पिछले वर्ष मई 2024 से जुलाई 2025 तक के दौरान सारण पुलिस ने नृत्य मंडलों और मानव तस्करी गिरोहों से कुल 191 नाबालिग बालिकाओं को मुक्त कराकर समाज की मुख्यधारा में लौटाया है। साथ ही इस दौरान 24 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 69 मानव तस्करों और शोषकों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
पुलिस द्वारा प्रारंभ किए गए "आवाज़ दो" अभियान के अंतर्गत हेल्पलाइन नंबर 9031600191 की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से पीड़िताएं सीधे संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कर सकती हैं। हेल्पलाइन पर मिली सूचनाओं को गोपनीय रखा जाता है, जिससे महिलाओं और बालिकाओं में विश्वास का वातावरण बना है। अब तक इस नंबर के जरिए 305 पीड़िताओं को सहायता उपलब्ध कराई गई है, जिनमें सोशल मीडिया पर साइबर ब्लैकमेलिंग और बुलींग की घटनाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने 10 सोशल मीडिया अकाउंट रिकवर और 25 फर्जी अकाउंट ब्लॉक भी कराए हैं।
इसके अतिरिक्त, अब तक कुल 354 अपहृत लड़कियों को भी सकुशल बरामद किया गया है। इन उपलब्धियों के साथ-साथ 50 से अधिक पीड़िताओं का सफल पुनर्वास भी कराया गया है।
सारण पुलिस की महिला पुलिस पदाधिकारी विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाकर जागरूकता अभियान चला रही हैं और हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दे रही हैं, ताकि कोई भी बालिका या महिला मुसीबत की घड़ी में निसंकोच सहायता मांग सके।
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने इस अवसर पर कहा कि यह सम्मान पूरे सारण पुलिस बल की मेहनत, समर्पण और संवेदनशीलता का परिणाम है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे बाल/महिला अपराध की सूचना देकर पुलिस को सहयोग करें, जिससे समाज को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके।