सीवान में कृषि टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न, वर्षापात की कमी से सूखे के आसार!
सिवान (बिहार): जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में कृषि टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में खरीफ फसलों की स्थिति, बीज वितरण, उर्वरक आपूर्ति, प्राकृतिक खेती मिशन, थ्रेसिंग फ्लोर योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड सहित कृषि और संबद्ध विभागों की योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में बताया गया कि जुलाई माह में जिले में सामान्य से लगभग 77 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जो संभावित सूखे की ओर संकेत करता है। इस स्थिति को देखते हुए डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि धान समेत अन्य खरीफ फसलों का आच्छादन नियमित रूप से ‘बिहान ऐप’ पर दर्ज कराया जाए, ताकि राज्य स्तर से उचित निर्णय लिया जा सके।
उन्होंने किसानों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता (बिजली) को दिया। साथ ही कृषि फीडर से अधिकाधिक विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन सृजित कराने पर भी जोर दिया। जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि किसान सलाहकार और कृषि समन्वयकों के माध्यम से किसानों से आवेदन लेकर कनीय अभियंताओं के सहयोग से बिजली कनेक्शन दिलाया जाए।
लघु जल संसाधन के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि वे जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं कृषि पदाधिकारी से समन्वय कर नलकूपों में उत्पन्न विद्युत व यांत्रिक दोषों को शीघ्र दुरुस्त कराएं। वहीं नहर प्रमंडल को आदेश दिया गया कि टेल एंड तक सिंचाई के लिए जल आपूर्ति सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने जिले में उर्वरक की कालाबाजारी को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित प्रखंडों के बीएओ व कृषि समन्वयकों के सहयोग से सतत अनुश्रवण एवं छापामारी का निर्देश दिया।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा के दौरान अस्वीकृत आवेदनों की 10 प्रतिशत रैंडम जांच प्रशिक्षु बीएओ से कराने का आदेश दिया गया। साथ ही आगामी बैठक में इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट पीपीटी में प्रस्तुत करने को कहा गया।
बीज वितरण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने 'श्री अन्न' के प्रोत्साहन हेतु निर्धारित डेमोंस्ट्रेशन लक्ष्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही फसल लगने के पश्चात निरीक्षण के लिए सूचना देने को कहा।
बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी, पशुपालन, गव्य विकास, मत्स्य, विद्युत, उद्यान, रसायन, आत्मा, अभियंत्रण, बैंकिंग एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।