सारण जिले के 4.19 लाख पेंशनधारियों को मुख्यमंत्री ने अंतरित की ₹46.17 करोड़ की बढ़ी हुई पेंशन राशि!
राज्यभर में 1.11 करोड़ लाभार्थियों को DBT के माध्यम से ₹1227.27 करोड़ की राशि स्थानांतरित!
सारण (बिहार): मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा शुक्रवार को राज्य के 1.11 करोड़ सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों को पेंशन की बढ़ी हुई राशि उनके खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से अंतरित की गई। इस मौके पर सारण जिले के 4,19,168 लाभार्थियों को ₹46.17 करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई। यह राशि जून माह से बढ़े हुए ₹1100 प्रतिमाह के हिसाब से दी गई है।
राजधानी पटना में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूरे बिहार के सभी जिलों, प्रखंडों और पंचायतों में वेबकास्टिंग के माध्यम से किया गया। सारण जिला के लगभग 4600 केंद्रों पर लाभार्थियों ने इस ऐतिहासिक क्षण को देखा और सुना।
जिला स्तरीय कार्यक्रम श्री भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह, छपरा में आयोजित किया गया, जहां राज्य के विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सह सारण प्रभारी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष, नगर निगम उपमहापौर, जिलाधिकारी श्री अमन समीर, पुलिस अधीक्षक श्री कुमार आशीष, उप विकास आयुक्त श्री यतेन्द्र कुमार पाल सहित सैकड़ों पेंशन लाभार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री का संदेश सुनाया गया, और बटन दबाकर राशि का DBT के माध्यम से अंतरन होते ही लाभार्थियों के मोबाइल पर पैसा प्राप्ति का मैसेज भी आया, जिसे देख लाभार्थियों के चेहरे खिल उठे।
लाभार्थियों ने पेंशन राशि को ₹400 से ₹1100 करने के फैसले पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह राशि उनके जीवनयापन के लिए सहारा बन रही है।
सारण जिले में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या इस प्रकार है:
मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना: 1,83,839
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना: 1,29,696
लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना: 37,639
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना: 18,079
बिहार निःशक्तता पेंशन योजना: 42,184
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्तता पेंशन योजना: 7,731
इस पहल के माध्यम से सरकार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सामाजिक सुरक्षा उसकी प्राथमिकता में है और बुजुर्गों, दिव्यांगों व विधवाओं के जीवन में सम्मान और आत्मनिर्भरता लाने का कार्य जारी है।