सारण में अब होगी पैक्स पर कार्रवाई: 21 पैक्सों को 27 जुलाई तक बकाया चावल (सीएमआर) जमा करने का अंतिम मौका!
सारण (बिहार): जिले के 21 पैक्सों को खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत अधिप्राप्त धान के बदले चावल (सीएमआर) जमा करने के लिए 27 जुलाई 2025 तक का अंतिम अवसर दिया गया है। निर्धारित तिथि तक सीएमआर नहीं जमा करने पर संबंधित पैक्सों, व्यापार मंडलों एवं मिलरों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और नीलाम पत्र वाद चलाकर बकाया वसूली की जाएगी।
इस संबंध में मंगलवार को जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला सहकारिता पदाधिकारी, एसएफसी के जिला प्रबंधक, सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, पैक्स अध्यक्ष और मिलर उपस्थित रहे। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि निर्धारित मात्रा में अरवा और उसना चावल की आपूर्ति 31 जुलाई 2025 तक हर हाल में पूरी की जाए।
जिलाधिकारी ने साफ कहा कि सीएमआर की निर्धारित मात्रा में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा और शत-प्रतिशत जमा सुनिश्चित किया जाना है। फिलहाल जिले में करीब 13 हजार एमटी (451 लॉट) चावल का बकाया है, जो 205 पैक्सों से संबंधित है।
बैठक में जानकारी दी गई कि इनमें से 21 पैक्सों द्वारा सीएमआर जमा करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। ये पैक्स हैं—अमनौर के हुस्सेपुर और पैगा मित्रसेन, बनियापुर के पिठौरी, सुरौंधा और सहाजितपुर, छपरा सदर के खलपुरा बाला, दरियापुर के पिरारी डीह, एकमा के रामपुर बिंदालाल, गड़खा के गड़खा, मिठेपुर और हसनपुरा, लहलादपुर के मिर्जापुर, मकेर के भाथा और तारा अमनौर, मांझी के बरेजा, भलुआ बुजुर्ग और मरहां, नगरा के कादीपुर, परसा के बनौता और परसौना तथा रिविलगंज के इनई।
जिलाधिकारी 28 जुलाई को इन 21 पैक्सों के अध्यक्षों की बैठक स्वयं लेंगे और बकाया जमा की समीक्षा करेंगे। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि समय सीमा तक सीएमआर जमा नहीं किया गया, तो संबंधित इकाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रशासन की यह सख्ती धान अधिप्राप्ति प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।