शहीद मेजर की पत्नी का फर्जी वीडियो बनाकर किया था वायरल, गोपालगंज से पिता-पुत्र साइबर अपराधी गिरफ्तार!
/// जगत दर्शन न्यूज
रांची/गोपालगंज। हरियाणा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार के गोपालगंज जिले के दोबवलिया गांव से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहिबुल हक और उसके बेटे गुलाम जिलानी के रूप में हुई है। दोनों पर आरोप है कि इन्होंने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का दुरुपयोग करते हुए पहलगाम आतंकी हमले में शहीद मेजर विनय नरवाल की पत्नी का फर्जी अश्लील वीडियो बनाकर यूट्यूब पर प्रसारित किया था।
इस अमानवीय और आपराधिक कृत्य को लेकर गुरुग्राम थाना (हरियाणा) में कांड संख्या 195/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद हरियाणा पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए तकनीकी साक्ष्य जुटाए और साइबर ट्रैकिंग के जरिये दोनों के लोकेशन को ट्रेस किया। पुष्टि होने के बाद एक विशेष टीम को बिहार रवाना किया गया, जहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से दोनों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोर्ट में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर गुरुग्राम भेजा गया है। वहां की पुलिस उनसे पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि इस अपराध में कोई और व्यक्ति या गिरोह भी शामिल है या नहीं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इन्होंने अब तक कितने ऐसे फर्जी वीडियो बनाकर प्रसारित किए हैं और इसका उद्देश्य क्या था — चाहे वह आर्थिक लाभ हो या किसी व्यक्ति या संस्था की छवि धूमिल करना।
इस घटना ने न सिर्फ साइबर अपराध के खतरनाक विस्तार को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखा दिया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकों का दुरुपयोग कर समाज को किस हद तक नुकसान पहुंचाया जा सकता है। एक शहीद सैनिक की पत्नी को इस तरह की मानसिक पीड़ा देना न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं के खिलाफ एक क्रूर हमला भी है।
अब इस मामले ने साइबर अपराधों के खिलाफ कठोर कानून और त्वरित कार्रवाई की मांग को और अधिक मजबूत कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और यूट्यूब जैसे माध्यमों पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता भी उजागर हुई है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। हरियाणा पुलिस का कहना है कि इस मामले को मिसाल के तौर पर लिया जाएगा और दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी, ताकि समाज में एक सख्त संदेश जाए।