ऑनलाइन स्पीच थैरेपी से दिव्यांग बच्चों को दे रहीं नई आवाज, श्वेता उत्तकालिका को मिला ‘मिसेज सोशल 2025’ अवार्ड!
/// जगत दर्शन न्यूज
बेंगलुरु (कर्नाटक)। दिनांक 16 जून 2025
बी एंड बी एम सोशल द्वारा आयोजित एक समारोह में ऑनलाइन स्पीच थैरेपी सेवा दे रहीं श्वेता उत्तकालिका को ‘मिसेज सोशल 2025’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें दिव्यांग बच्चों के भाषा और वाणी विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया गया।
श्वेता उत्तकालिका एक वरिष्ठ ऑनलाइन स्पीच थैरेपिस्ट हैं। उन्होंने स्पीच थैरेपी में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ स्पेशल एजुकेशन में बीएड की उपाधि भी हासिल की है। इस क्षेत्र में उनके 14 वर्षों का व्यावसायिक अनुभव है। वे डिफेंस मिनिस्ट्री के अंतर्गत कमांड हॉस्पिटल में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
श्वेता ने कई वर्षों तक अपनी माँ द्वारा संचालित दिव्यांग विशेष विद्यालय में गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क स्पीच थैरेपी सेवा प्रदान की है। वर्तमान में वे बेंगलुरु में रहकर ऑनलाइन माध्यम से देश-विदेश में सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने speech.therapy.mommy नामक इंस्टाग्राम पेज बनाया है, जिससे भारत और विदेशों के लगभग डेढ़ लाख लोग जुड़ चुके हैं। विशेष रूप से माताएं अपने बच्चों की भाषा और वाणी संबंधित समस्याओं के लिए उनसे संपर्क करती हैं और ऑनलाइन उपचार प्राप्त करती हैं।
उनका विशेष प्रयास होता है कि वे माताओं को इस योग्य बना दें कि वे स्वयं अपने बच्चों की भाषा विकास में मार्गदर्शन कर सकें। इस प्रक्रिया में हजारों परिवार लाभान्वित हो चुके हैं। श्वेता अपने सोशल मीडिया माध्यम से विभिन्न स्पीच थैरेपी तकनीकों और गतिविधियों की जानकारी नियमित रूप से साझा करती हैं, जिससे अनेक अभिभावक लाभ उठाते हैं।
उनके कार्यों की सराहना करते हुए कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं उन्हें वर्कशॉप, सेमिनार और कॉन्फ्रेंस में आमंत्रित कर चुकी हैं। अमेज़न जैसी कई प्रमुख कंपनियां भी उनके कार्यों को समर्थन दे चुकी हैं।
उन्हें यह पुरस्कार विशेष रूप से वाणी दोष, ऑटिज्म, श्रवण दोष, मंदबुद्धिता, लर्निंग डिसएबिलिटी, हकलाना और उच्चारण समस्याओं से जूझ रहे बच्चों के लिए दिए गए उनके योगदान को देखते हुए प्रदान किया गया है।
श्वेता के पिता स्वयं एक वरिष्ठ स्पीच थैरेपिस्ट और ऑडियोलॉजिस्ट हैं, जबकि उनकी माँ वरिष्ठ स्पेशल एजुकेटर हैं। संभवतः यहीं से प्रेरणा लेकर श्वेता ने सोशल मीडिया के माध्यम से हजारों परिवारों तक पहुंच बनाकर सेवा का जो कार्य शुरू किया, आज वह एक मिशन बन चुका है।
वहीं इस उपलब्धि पर शिक्षक बी के भारतीय, अनिल गुप्ता, बिजेंद्र तिवारी, मनोज कुमार सिंह, राजू गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, ओमप्रकाश गुप्ता, चंदन गुप्ता आदि सैकड़ों लोगों ने उन्हें बधाई प्रेषित किया।