पूर्वोत्तर रेलवे के चार कर्मचारियों को "मैन ऑफ द मंथ" सम्मान, संरक्षा कार्यों में दिखाई अद्वितीय सतर्कता!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के चार कर्मचारियों को संरक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 'मैन ऑफ द मंथ' सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर द्वारा 06 मई 2025 को मुख्यालय गोरखपुर स्थित सभाकक्ष में प्रदान किया गया। उन्होंने सभी सम्मानित कर्मचारियों को नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सम्मानित कर्मचारियों ने अपने कार्य क्षेत्र में समय पर कार्रवाई कर संभावित दुर्घटनाओं को टालते हुए रेलवे संरक्षा व्यवस्था को मजबूती प्रदान की। उनके सतर्क दृष्टिकोण और कर्तव्यनिष्ठा के कारण हजारों यात्रियों की जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी।
सम्मान प्राप्त करने वाले कर्मचारी व उनके कार्य:
1. राजन कुमार यादव (की-मैन, सीवान कचहरी स्टेशन):
दिनांक 29 दिसंबर 2024 को ट्रैक पेट्रोलिंग के दौरान किमी 8/14-15 पर ए.टी. वेल्ड में दरार (क्रैक) को देखा। उन्होंने तत्क्षण जागलिंग कर ट्रैक को सुरक्षित किया, जिससे रेल परिचालन निर्बाध रूप से जारी रह सका।
2. मिथिलेश कुमार (ट्रैक मेंटेनर, छपरा जंक्शन):
छपरा कचहरी से छपरा जंक्शन के मध्य किमी 325/21-23 के बीच पेट्रोलिंग के दौरान रेल फ्रैक्चर देखा और तुरंत इसकी सूचना पर्यवेक्षक को दी। शीघ्र कार्रवाई से ट्रैक को दुरुस्त कर संभावित हादसे को टाला गया।
3. मदन कुमार (तकनीशियन, छपरा कोचिंग डिपो):
27 जनवरी 2025 को रोलिंग परीक्षण के दौरान गाड़ी संख्या 15115 के एक कोच में प्राइमरी आउटर स्प्रिंग टूटा पाया। उन्होंने इसकी जानकारी पर्यवेक्षक को दी, जिसके बाद कोच को रेक से अलग कर मरम्मत हेतु भेजा गया।
4. नीलेश कुमार (कांटावाला, बैतालपुर स्टेशन):
14 फरवरी 2025 को समपार संख्या 135/ए सी के पास किमी 461/37 पर रेल पटरी में फ्रैक्चर देखा और तत्काल सूचना स्टेशन मास्टर को दी। शीघ्र सूचित कर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा मरम्मत कार्य कराया गया, जिससे एक गंभीर दुर्घटना टल सकी।
इन कर्मचारियों की सतर्कता और तत्परता से यह प्रमाणित होता है कि रेलवे संरक्षा सिर्फ तकनीकी संसाधनों पर नहीं, बल्कि सतर्क एवं समर्पित कर्मचारियों की सजगता पर भी निर्भर करती है।
मंडल रेल प्रबंधक श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव ने सभी सम्मानित कर्मचारियों को बधाई देते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारी रेलवे की असली ताकत हैं, जो हर परिस्थिति में अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और समर्पित रहते हैं।