अरवल दौरे पर बोले PK: शराबबंदी दलितों-पिछड़ों का उत्पीड़न बना, भूमि सुधार हमारी शीर्ष प्राथमिकता!
जन सुराज सभी 243 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार, आबादी के अनुपात में मिलेगा टिकट!
///जगत दर्शन न्यूज
अरवल (बिहार): जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने सोमवार को अरवल के अतिथि गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार की शराबबंदी नीति और भूमि सुधार को लेकर कई बड़े बयान दिए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा ताड़ी को शराबबंदी से बाहर करने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, "अच्छा है कि कम से कम एक कदम तो आगे बढ़े हैं।"
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज बिहार की पहली राजनीतिक ताकत है जो शराबबंदी को हटाने की बात खुलकर कह रही है। उन्होंने तर्क दिया कि राज्य में शराबबंदी केवल कागजों पर है—दुकानें बंद हैं लेकिन शराब अब घर-घर बिक रही है। उन्होंने इस कानून को दलितों, पिछड़ों और महिलाओं के लिए उत्पीड़न का जरिया बताया और कहा कि पुलिस-प्रशासन इन्हीं वर्गों को निशाना बनाकर गिरफ्तारी और प्रताड़ना कर रहा है।
भूमि सुधार को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
प्रशांत किशोर ने बिहार में भूमि सुधार को जन सुराज की प्राथमिकता करार देते हुए कहा कि राज्य के लगभग 60 प्रतिशत ग्रामीण भूमिहीन हैं, जबकि दलित समुदाय में यह आंकड़ा 86 प्रतिशत तक पहुंचता है। उन्होंने वादा किया कि उनकी सरकार ऐसी नीति बनाएगी जिससे 20–25 प्रतिशत भूमिहीनों को जमीन मिल सके। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सुधार किसी की जमीन छीनकर नहीं, बल्कि योजनाबद्ध ढंग से किया जाएगा।
243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा जन सुराज टिकट में काबिलियत और सामाजिक संतुलन का होगा ध्यान
विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जन सुराज राज्य की सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा और किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगा। टिकट वितरण को लेकर उन्होंने कहा, "हमारी प्राथमिकता काबिलियत है, लेकिन काबिल लोग हर जाति और वर्ग में हैं। इसलिए समाज की आबादी के अनुपात में योग्य लोगों को टिकट मिलेगा।"