आज़ की नारी
✍️ मुन्ना राम मेघवाल
देखो यह है आज की नारी,
जीवन पथ पर बढ़ती प्यारी।
पापा की लाडली है परी,
आगे बढ़ने की कर रही तैयारी।।
एक हाथ से परिवार संभाले,
दुजे से अपना कैरियर संवारै।
तालमेल से यह आगे बढ़ती,
मन्नू परिवार का मान बढाती ।।
डगर डगर नित वो चलती,
ना किसी पर घात है करती।
ईर्ष्या, मोह लोभ बेइमानी से,
दुर दुर तक ना नाता रखती ।।
घंटो घंटो इंटरनेट चलाती,
देश दूनियां की ख़बर है रखती।
अपनो से प्यारी चैट भी करती,
मन्नू जाने क्या वो सपने बुनती।।
आलम्पिक मे गौल्ड है लाती,
खेल में वों छक्के छुडा़ती ।
मन्नू ना किसी से वो है डरती,
तुणीर मे ऐसा बाण भी रखती।।
✍️मुन्ना राम मेघवाल।
कोलिया,डीडवाना,राजस्थान।
+९१८८७५६५०००६.
Bhatimunnaram921@gmail.com