राम-रावण युद्ध और राज्याभिषेक का वर्णन सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: माँझी नगर पंचायत के कुँवर टोली में श्री राम दरबार सेवा समिति द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन की कथा में सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।कथा व्यास आचार्य रविरंजन तेजस्वी ने अंतिम दिन की कथा में सबरी मिलन, लंका दहन, राम- रावण युद्ध तथा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के प्रसंग का विशद वर्णन किया।
उन्हीने बताया कि रामायण हमें जीने का तरीका सिखाती है तथा आदर्श,सेवा भाव, त्याग व बलिदान की सीख देती है। इस प्रकार भगवान श्रीराम ने दीन-दुखियों, वनवासियों के कष्ट दूर करते हुए उन्हें संगठित करने का कार्य किया एवं उस संगठन शक्ति के द्वारा ही समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया।
समापन आरती पर पूरा कथा पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। कथा वाचक ने कहा की बुराई और असत्य ज्यादा समय तक नहीं चलता है। अंतत अधर्म पर धर्म की जीत होती है। भगवान श्रीराम ने सत्य को स्थापित करने के लिए रावण का वध किया। राम कथा भक्त को भगवान से जोड़ने की कथा है। भगवान की कथा हमें बताती है कि संकट में भी सत्य से विमुख न हो व अपने वचन का पालन करें। ई.सौरभ सन्नी ने अपने सम्बोधन में कहा कि माता-पिता की सेवा,गुरु जन का सम्मान,गौ माता का वास तथा ईश्वर का स्मरण जिस घर परिवार में होता है वह स्वर्ग के समान है। कथा के दौरान रामायण पूजन व आरती के बाद भक्तजनों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
मौके पर भाजपा पश्चिमी के जिलाध्यक्ष विश्वमोहन सिंह,हेमनारायण सिंह, मनोज प्रसाद, आचार्य रविशंकर तेजस्वी, मोहन शर्मा, संत रामप्रिय दास, नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद नीतू सिंह, पूजा शर्मा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
उधर हनुमत जयंती के अवसर पर माँझी थाना के सामने स्थित संकट मोचन मन्दिर परिसर में गायक दिवाकर सिंह की टीम द्वारा सुन्दरकाण्ड का सस्वर पाठ आयोजित किया गया। समापन के मौके पर भजन कीर्तन आदि भी प्रस्तुत किया गया। इससे पहले संयोजक संजीव वर्णवाल तथा आशुतोष गोस्वामी द्वारा ध्वजारोहण एवम विधिवत कथा पूजन आयोजित किया गया। मौके पर मन्दिर में 51 किलो लड्डू का भोग लगाकर लोगों के बीच प्रसाद वितरित किया गया।