वन स्टॉप सेंटर, सारण टीम ने रोका बाल विवाह, 13 वर्षीय नाबालिग को मिला न्याय!
सारण (बिहार): सारण जिले के तरैया प्रखंड अंतर्गत जिमदहा गांव में शनिवार को एक संभावित बाल विवाह को वन स्टॉप सेंटर की सक्रियता से रोक दिया गया। इस कार्रवाई में “चलो कुछ न्यारा करते हैं” फाउंडेशन को गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर वन स्टॉप सेंटर, प्रखंड विकास पदाधिकारी, तरैया पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से हस्तक्षेप किया।
वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक मधुबाला जी एवं परामर्शी कुमारी शैलजा ने मौके पर पहुंचकर न केवल विवाह को रोका, बल्कि सभी संबंधित पक्षों को बाल विवाह से जुड़े कानूनों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि महिला हेल्पलाइन नंबर 181 के माध्यम से नाबालिग ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी उम्र मात्र 13 वर्ष है और उसके परिजन जबरन उसका विवाह करवाना चाह रहे हैं।
कार्रवाई के दौरान घरवालों और वर पक्ष को स्पष्ट किया गया कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है, जिसमें दो वर्ष की सजा और एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। जानकारी दिए जाने के बाद परिजनों ने विवाह रोकने का निर्णय लिया।
इस सफल मुहिम में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी की सराहनीय भूमिका रही। सामाजिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश आजाद ने बताया कि छपरा जिले के विभिन्न विद्यालयों में चलाए गए जागरूकता अभियानों का सकारात्मक असर दिख रहा है और अब नाबालिग खुद भी अपने अधिकारों को लेकर सतर्क हो रहे हैं।
इस कार्यवाही की ग्रामीणों द्वारा जमकर सराहना की गई और इसे एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल बताया गया।