कोलकाता के युवा शिक्षाविद् प्रकाश प्रियांशु जयनगर में सम्मानित!
जयगर/कोलकाता : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से संबद्ध बहुचर्चित डी बी महाविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के तत्वावधान में 8-9 मार्च 2025 को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के अलावे विदेश से भी अनेकों वक्ताओं ने शिरकत की थी।
इस अवसर पर कोलकाता से पधारे युवा शिक्षाविद् प्रखर वक्ता और अनेकों पुस्तकों को लिखने वाले प्रकाश प्रियांशु को महिला सशक्तीकरण सम्मान से नवाजा गया। उन्हे यह सम्मान उनकी पुस्तक स्त्री विमर्श और आज के संदर्भ पर दिया गया। संगोष्ठी के संयोजक और डी बी कालेज के वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शैलेश सिंह ने अपने उद्बोधन वक्तव्य में कहा कि प्रकाश प्रियांशु विशेष रुप से स्त्री विमर्श और लोक साहित्य के मर्मज्ञ व्यक्ति हैं। प्रकाश प्रियांशु ने स्त्री सशक्तीकरण पर वैदिक इतिहास के परिप्रेक्ष्य में बातों को वर्तमान संदर्भ से जोड़ते हुए कहा कि स्त्री सशक्तीकरण पश्चिमी अवधारणा है कि दिन विशेष पर मनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी। जबकि भारत में पश्चिमी चिंतन से पूर्व विद्यमान रही है। यदि हमारे यहां की स्त्रियां सशक्त नहीं रहती तो मैत्रेई, गार्गी कैसे सभा संसदो में अपनी बात रखती। हमारे यहां की स्त्रियां पुरुष से ज्यादा सशक्त है, तभी एक संतान को जन्म दे पाती है जिसे पुरुष कभी नहीं कर सकता। इस अवसर पर इग्नू दरभंगा के क्षेत्रिय निदेशक सहित डा जमिल हसन अंसारी, डॉ जय शंकर, प्रसिद्ध गायक गुड्डू गुलशन, सहितअनेको विद्वानों ने बारी बारी से अपनी बात रखी।