सरस्वती पूजा के अवसर पर "माई के दुलार" नामक नाटक का हुआ मंचन!
सारण (बिहार) संवाददाता संजय पांडेय: सरस्वती पूजा के अवसर पर कोहड़ा पुरानी बाजार में मंगलवार की रात में "माई के दुलार" नामक एक भोजपुरी पारिवारिक नाटक का मंचन किया गया, जिसके माध्यम से कलाकारों ने समाज को यह संदेश दिया कि जो माँ भारी कष्ट सहने के बाद भी खुशी से अपने बच्चों को पालती है, मगर वही बच्चे बड़े होने के बाद माँ-बाप के प्रति अपनी जिम्मेवारियों को भूलते जा रहे हैं। माँ की ममता की कीमत कभी चुकाई नही जा सकती।
ग्रामीण युवाओं के द्वारा नाटक के साथ हीं रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें राजीव, संदीप, सोनू, भूमिका, बुलबुल, गोलू, विपुल, अखिल, सुमित, अभिमन्यु आदि कलाकारों की भूमिका को दर्शकों ने खूब सराहा। कार्यक्रम का संचालन मन्नान मदहोश ने किया। कार्यक्रम को देखने के लिए गुड्डू कुशवाहा फौजी, हसनैन आलम, मृत्युंजय पूरी, जितेंद्र कुशवाहा, अर्जुन कुमार गुप्ता, राकेश कुशवाहा समेत बड़ी संख्या ग्रामीण महिला व पुरुष दर्शक मौजूद थे।