सर्वजन दवा सेवन अभियान की जिला एवं प्रखंड स्तर पर हो रही है मॉनिटरिंग!
• गोपालगंज में अब तक 13 लाख से अधिक लोगों को खिलायी गयी दवा
• घर-घर जाकर खिलायी जा रही है फाइलेरिया से बचाव की दवा
• प्रतिदिन जिला और प्रखंड स्तर पर होती है इविनिंग ब्रफिंग
• 27 लाख से अधिक लाभार्थियों को दवा खिलाने का है लक्ष्य
गोपालगंज (बिहार): गोपालगंज जिले में फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के कलंक को जड़ से मिटाने के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लाभार्थियों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिला रही है। 10 फरवरी से इसकी शुरूआत की गयी है। 17 दिनों तक यह अभियान चलेगा। इस अभियान के सफलता को लेकर विभागीय स्तर पर हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण के नेतृत्व में प्रतिदिन जिलास्तरीय इविनिंग ब्रीफिंग की जा रही है। इसके साथ हीं प्रखंड स्तर पर भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के द्वारा इविनिंग ब्रीफिंग कर अभियान की सफलता पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। डॉ. सुषमा शरण ने बताया कि जिले में अब तक 13 लाख से अधिक लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलायी जा चुकी है। जिले की कुल जनसंख्या 32 लाख 27 हजार 302 है, जिसमें से 27 लाख 43 हजार 207 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विभागीय स्तर पर मुकमल तैयारी की गयी है। 1343 दल, 131 सुपरवाइजरों की टीम बनायी गयी है। बैठक में डीएमओ डॉ. सुषमा शरण, डीवीबीडीसी अमित कुमार, वीडीसीओ प्रशांत कुमार, वीडीसीओ राजेश कुमार, डब्ल्यूएचओ के एमडीए नोडल एसके दत्ता, सीफार के डीसी नेहा कुमारी, पिरामल के प्रोग्राम लीड और डिस्ट्रिक्ट लीड मौजूद थे।
इन बिन्दुओं पर पर की जा रही समीक्षा:
•प्रखडों द्वारा किये जा रहे दैनिक एमडीए कवरेज की समीक्षा
•दवा उपलब्धता एवं ससमय रिपोर्टिंग की समीक्षा
•दवा सेवन के बाद किसी व्यक्ति को किसी समस्या की रिपोर्ट एवं रिफ्युजल के त्वरित निपटारा की समीक्षा
•जिलों एवं प्रखंडों के द्वारा किये जाने वाले अवलोकन की समीक्षा
•कार्यक्रम के दौरान किये जा रहे अवलोकन में मिल रही समस्याओं की समीक्षा
रिफ्यूजल ब्रेक मदद कर रहें पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफार्म के सदस्य:
सर्वजन दवा सेवन के दौरान दवा खाने से मना करने वालों को मोबलाइज करने में पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म के सदस्यों के द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन किया जा रहा है। इसके साथ हीं फाइलेरिया के मरीज भी लोगों को जागरूक कर रहें है कि दवा का सेवन जरूरी है, वरना उन्हें गंभीर बीमारी हो सकती है। इस अभियान में सीएचओ यानि कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर की भूमिका को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है, सीएचओं भी अपने कर्तव्यों का बखूबी निवर्हन कर रहें है। वे भी गांव में जाकर लोगों फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन के प्रति जागरूक कर रहें है और अपने सामने दवा खिलाने में टीम को मदद कर रहें है।
सभी स्वस्थ व्यक्तियों को खानी चाहिए दवा:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण ने बताया कि फाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। इसके लक्षण 5 से 10 सालों में दिखाई देते हैं। इसलिए इससे बचाव हेतु लोगों को सर्वजन दवाओं का सेवन कराया जाता है। सभी स्वस्थ व्यक्ति को इस दवा का सेवन करना चाहिए। खाली पेट दवा नहीं खानी है। दवा खाने से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में उन्होंने बताया कि दवा खाने से शरीर के अंदर मरते हुए परजीवी की वजह से कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिर दर्द, बुखार, उल्टी, बदन पर चकते एवं खुजली हो सकते हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह स्वत: ठीक हो जाता है। फिर भी ज्यादा दिक्कत होने पर ऐसे लोगों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाता है।