तिरंगा काव्य मंच द्वारा 55वाँ मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का हुआ आयोजन!
प्रेरणा बुड़ाकोटी/ नई दिल्ली
तिरंगा काव्य मंच के 55वें मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड,(कोलकाता) और वरिष्ठ शायर श्री विनय सागर जायसवाल(बरेली) की अध्यक्षता में संचालिका द्वय विनीता निर्झर एवं डॉ कामिनी व्यास रावल के द्वारा किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम चंचल हरेंद्र वशिष्ट द्वारा विद्या दायिनी माँ सरस्वती की वंदना/ईश स्तुति से किया गया तत्पश्चात आयोजन में सम्मिलित सभी कवि कवयित्रियों ने इस बार प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए 'सनातन का गर्व: महाकुंभ पर्व' विषय पर सुंदर रचनाओं की प्रस्तुतियाँ दीं तथा मुशायरे में वरिष्ठ शायर विनय सागर जायसवाल द्वारा दिए गए मिसरे पर सभी शायरों द्वारा एक से बढ़कर एक तरही ग़ज़ल पेश की गईं। कवि सम्मेलन और मुशायरे में सम्मिलित रचनाकार:-चंचल हरेंद्र वशिष्ट, डॉ सुभाष चन्द्र शुक्ल, दीपिका रुखमांगद, रणजीत भारती, सुषमा राय पटेल, डॉ.पुष्पेंद्र कुमार अस्थाना पुष्प, गजेन्द्र नाहटा, भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल, विश्वजीत शर्मा 'सागर', अमिता गुप्ता, डा. सुनीता सिंह 'सुधा', महेन्द्र सिंह प्रखर, रणजीत भारती, डॉ ममता सिंह, कमल पुरोहित 'अपरिचित', डॉ ऋषिपाल धीमान 'ऋषि', राम शिरोमणि उपाध्याय 'पथिक',अलका मित्तल, भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल, गिरीश पाण्डेय, बनारसी, डॉ उषा अग्रवाल जलकिरण, बसंत ठाकुर, राम स्वरूप गंगवार, मौज, राम पुकार सिंह "पुकार गाजीपुरी", विनीता निर्झर, कामिनी व्यास रावल, शायर विनय सागर जायसवाल एवं डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड, कवि सम्मेलन और मुशायरे का संयोजन गजेन्द्र नाहटा और चंचल हरेंद्र वशिष्ट द्वारा किया गया। मंच पर अंत तक सभी की उपस्थिति बनी रही और सभी कलमकारों की रचनाओं ने खूब वाहवाही बटोरी। अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड और शायर विनय सागर जायसवाल के प्रेरक एवं सारगर्भित वक्तव्य एवं संयोजक गजेन्द्र नाहटा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम का समापन किया गया।