कुछ काम करो कुछ काम करो
कुछ काम करो कुछ काम करो
नहीं थको तुम लक्ष्य के पहले
ना ही आराम करो
कुछ काम करो कुछ काम करो।
उड़ना हो उड़ान बाज जैसा
तो तूफानों से टकराना होगा
विजय रथ पर हो सवार
विजय पताका लहराना होगा
स्वप्न में भी ना विश्राम करो
कुछ काम करो कुछ काम करो।
बरधराज बना ज्ञानी निरंतर प्रयासों से
कालिदास कहलाए महाकवि
विद्योतमा के तानों से
तानों से टूट जाना नहीं
बाधाओं से घबराना नहीं
ये हीं तरासते जीवन तुम्हारा
हीरे सा अनमोल बनाते हैं
हाथ मल न जीवन बर्बाद करो
कुछ काम करो कुछ काम करो।
✍️ अखिलेश्वर कुमार
पता: ग्राम - बघौना, प्रखंड - सिसवन, जिला - सिवान (बिहार)