छपरा के विकास कुमार की किताब ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाई पहचान!
सारण (बिहार): स्वर्गीय डॉ. अनिल कुमार सिंह, छपरा के प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक, और श्रीमती नीलम कुमारी के पुत्र विकास कुमार ने अपने ज्ञान और लेखन कौशल से पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। उनकी नई पुस्तक "Harnessing Artificial Intelligence in Indian Criminal Justice System: Opportunities and Challenges" को एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रकाशक द्वारा प्रकाशित किया गया है।
इस पुस्तक में विकास ने विस्तार से बताया है कि भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग कैसे किया जा सकता है और इसके इस्तेमाल में आने वाली संभावित चुनौतियों का समाधान कैसे संभव है। यह पुस्तक न्याय प्रणाली में सुधार और आधुनिक तकनीकों के उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
विकास कुमार ने महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर से विधि की पढ़ाई पूरी की है और इसके साथ ही उन्होंने UGC NET परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। उनकी इस सफलता पर छपरा के लोगों में गर्व की भावना है और उन्हें समाज के विभिन्न वर्गों से ढेरों बधाइयां मिल रही हैं।
विकास ने अपनी इस उपलब्धि को अपनी मां श्रीमती नीलम कुमारी और अपने स्वर्गीय पिता डॉ. अनिल कुमार सिंह को समर्पित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बड़े भाई डा० कपीश कुमार सिंह और बहनों ने इस सफर में उनका निरंतर साथ दिया और हमेशा प्रेरित किया। विकास की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि छपरा और पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।