कार्तिक पूर्णिमा मेला महोत्सव माँझी में सुंदर कांड हुआ सस्वर पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम!
राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा माँझी का अटल घाट! : सिग्रीवाल
सारण (बिहार) संवाददाता सोहेल अहमद: माँझी की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय क्षितिज पर स्थापित किया जाएगा तथा कुछ ही दिन बाद माँझी के राम घाट पर बन रहे अटल घाट को राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बातें सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने गुरुवार की देर शाम माँझी के बलिया मोड़ पर आयोजित कार्तिक पूर्णिमा मेला महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
इससे पहले छपरा की पूर्व मेयर राखी गुप्ता, भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष पूजा शर्मा, माँझी नगर पंचायत के मुख्य पार्षद विजया देवी और उप मुख्य पार्षद नीतू सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर महोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। मंच पर मौजूद महिला नेत्रियों को आयोजक मंडली ने अंग वस्त्र तथा बुके आदि से सम्मानित किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में आयोजित कार्यक्रम को नेत्रियों ऐतिहासिक बताया।
सांसद ने मंच पर मौजूद ब्यास अरविन्द सिंह अभियंता और ब्यास रामशंकर सिंह को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। मौके पर गायक कलाकारों ने रात भर गंगा एवम सरयु स्नान की महत्ता का आध्यात्मिक एवम पारंपरिक महत्व का सांगीतिक विश्लेषण किया। सांसद ने अगले वर्ष से दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन करने की आयोजकों को सलाह दी। मेला महोत्सव में दर्शकों की ऐतिहासिक मौजूदगी देख कर कहा कि माँझी की आतिथ्य शैली का देश प्रदेश में लोग गुणगान करते हैं। आयोजन समिति के संयोजक मुकेश कुमार सिंह, पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज, बिट्टू कुमार राय, सुनील पाण्डेय, मयंक कुमार ओझा, मनीष कुमार सिंह, उमेश कुमार सिंह, पिन्टु सिंह, मुन्ना कुमार साह आदि ने सभी आगत अतिथियों को अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
इससे पहले गायक वरुण कुमार त्रिवेदी उर्फ लाल बाबा की टीम ने सुन्दरकाण्ड का सस्वर पाठ आयोजित किया। समारोह को हेम नारायण सिंह, हरिमोहन सिंह गुड्डू, मुन्ना भवानी, उदय शंकर सिंह, अमरजीत सिंह, खुर्शीद नैयर, योगेंद्र सिंह तथा मनोज कुमार सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। संचालन शिक्षक व कवि विजेंद्र तिवारी ने किया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने मांझी के राम घाट पर सरयू नदी में डुबकी लगाई तथा हनुमान गढ़ी एवम मौनिया बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की।