शशी राजपूत को रेलवे ने किया सम्मानित!
जंक्शन पर सबसे अधिक टिकट जांच और राजस्व वसूली में आए अव्वल!
पटना (बिहार): पूर्व मध्य रेलवे द्वारा बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ एक मेगा टिकट जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य बिना टिकट यात्रा करने वालों पर रोक लगाना और रेलवे को होने वाले राजस्व घाटे को कम करना था।
इस अभियान में दानापुर डिवीजन की टिकट जांच टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से, दानापुर डिवीजन के टिकट निरीक्षक शशी राजपूत ने सबसे अधिक टिकट जांच की और इसके माध्यम से पूर्व मध्य रेलवे को अत्यधिक राजस्व प्राप्त हुआ। शशी राजपूत के प्रयासों और उत्कृष्ट कार्यशैली के कारण उन्हें दानापुर डिवीजन के डीआरएम (डिवीजनल रेलवे मैनेजर, सीनियर एडीसीएम द्वारा सम्मानित किया गया।
शशी राजपूत की मेहनत और समर्पण के कारण न केवल रेलवे को आर्थिक लाभ हुआ, बल्कि यात्रियों के बीच जागरूकता भी बढ़ी कि बिना टिकट यात्रा करना एक दंडनीय अपराध है। इस प्रकार के अभियानों से रेलवे को राजस्व में वृद्धि होने के साथ-साथ यात्रियों के नियमों के प्रति सम्मान में भी सुधार होता है।
दानापुर डिवीजन के डीआरएम ने इस सफलता के लिए पूरी टीम की सराहना की और शशी राजपूत जैसे कर्मठ कर्मचारियों को भविष्य में भी इसी प्रकार मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।
रेलवे में एक प्रमुख स्थान दिलाया
शशी राजपूत, जो दानापुर डिवीजन के टिकट निरीक्षक हैं, पहले भी कई बार रेलवे के लिए अत्यधिक राजस्व प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने टिकट जांच अभियानों के दौरान करोड़ों रुपए के राजस्व की वसूली की, जिससे रेलवे को भारी मुनाफा हुआ है। शशी राजपूत की कार्यशैली और समर्पण ने उन्हें रेलवे में एक प्रमुख स्थान दिलाया है, और उनके नेतृत्व में रेलवे ने कई बार बड़ी आर्थिक सफलता हासिल की है।
बच्चों की किए मदद
शशी राजपूत न केवल रेलवे के लिए राजस्व अर्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि वे मानवीय सेवाओं में भी योगदान दे रहे हैं। वे कई बार उन बच्चों की मदद कर चुके हैं जो ट्रेन यात्रा के दौरान गलती से अपने परिवार से बिछड़ गए थे। शशी ने अपनी जिम्मेदारी से आगे बढ़ते हुए इन बच्चों को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने का काम किया है। यह उनकी सेवा भावना और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो न केवल रेलवे के लिए बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणादायक है।
दानापुर डिवीजन के डीआरएम और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शशी राजपूत की इस मानवीय पहल और उनके कार्यों की सराहना की है, और उन्हें भविष्य में भी इसी तरह से कार्य करने के लिए प्रेरित किया है।