अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे है लोग! आखिर क्यों?
जमीन बंदोबस्ती कानून 2024 लागू होते लोग हुए परेशान!
सारण (बिहार) संवाददाता संजीव शर्मा: बिहार में जमीन बंदोबस्ती कानून 2024 से लागू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच अपनी जमीन के कागजात जुटाने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बन गई है। लोगों को अपनी जमीन के कागजात की सही जानकारी नही होने के कारण प्रखंड के अंचल कार्यालय के डाटा सेंटर कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। डाटा सेंटर कार्यालय में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ रही है। भोले-भाले ग्रामीण सुबह से ही पंचायत के कर्मचारियों अथवा अमीन के पीछे पीछे उचित मार्गदर्शन के लिये घूमते नजर आ रहे हैं। जमीन से जुड़े तकनीकी जानकार लोगों की आजकल चांदी कट रही हैं।
वहीं दूर दराज के पंचायतों से अंचल कार्यालय पहुँचे लोगों ने बताया पंचायत के मुखिया सरपंच के पास जाने पर संतोषजनक मार्गदर्शन नही मिलता है। अगर पंचायत में कर्मचारियों के साथ अमीन प्रतिदिन बैठते तो सभी प्रकार की जानकारी पंचायत में ही मिल जाती। प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाना नही पड़ता।
बताते चलें कि राज्य सरकार की स्पष्ट गाईड लाइन है कि स्वघोषित वंशावली और लगान रसीद के साथ साथ आधार कार्ड और मोबाइल नंबर के साथ उपलब्धता के आधार पर जमीन खरीदारी, खाता खतियान लगाना है। उधर कैम्प लगा कर प्रत्येक पंचायत में कानूनगो द्वारा नियमों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।